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टीम इंडिया के हार के वो 5 वजह सामने आये वरना न्यूजीलैंड का जीतना मुश्किल ही नही नामुमकिन था
ऑकलैंड। मेजबान न्यूजीलैंड ने टी20 सीरीज में मिली हार का हिसाब बराबर करते हुए टीम इंडिया को वनडे सीरीज से मात दे दी. कीवी टीम ने भारत को दूसरे वनडे में 22 रन से हराया और इसके साथ ही तीन मैचों की सीरीज में 2-0 से बढ़त भी हासिल कर ली है. मेजबान की शानदार गेंदबाजी के आगे भारतीय बल्लेबाज बेबस नजर आए. हालांकि श्रेयस अय्यर के बाद रवींद्र जडेजा और नवदीप सैनी में टीम की कुछ उम्मीद जताई, मगर जीत की दहलीज तक भारत को नहीं पहुंचा सके
इस अहम मुकाबले में अभी तक लगातार रन बना रहे केएल राहुल का बल्ला भी शांत रहा. कप्तान विराट कोहली भी कीवी अटैक को जवाब नहीं दे पाए. इससे पहले भारत की नई ओपनिंग जोड़ी भी फ्लॉप रही. विराट कोहली की अगुआई में भारत ने पांच मैचों की टी20 सीरीज में मेजबान का सफाया किया था. मगर वनडे सीरीज में परिणाम उम्मीदों के विपरीत रहा. सीरीज में अपनी उम्मीदों को जिंदा रखने के लिए भारत के लिए ऑकलैंड वनडे अहम था. मगर मेजबान के दिए 274 रनों के लक्ष्य के जवाब में भारतीय टीम सिर्फ 251 रन ही बना सकी और मुकाबला हार गई। आइए नजर डालते हैं इस मैच के पांच ऐसे कारणों पर जिसके चलते टीम इंडिया को मैच के साथ वनडे सीरीज भी गंवानी पड़ी-
-न्यूजीलैंड टीम ने भारत के सामने 274 रनों का लक्ष्य रखा। कीवी टीम का इतने रनों तक पहुंच पाना रॉस टेलर और काइल जैमीसन की साझेदारी की वजह से संभव हो पाया। टीम एक समय 197 रनों पर ही आठ विकेट गंवाकर संघर्ष कर रही थी लेकिन यहां से रॉस टेलर और काइल जैमीसन की बीच 76 रनों की साझेदारी हुई। अपना डेब्यू मैच खेल रहे जैमीसन ने 24 गेंदों पर एक चौके और दो छक्के की मदद से 25 रनों की नाबाद पारी खेली जबकि पिछले मैच में शतक जड़ कर टीम को जिताने वाले रॉस टेलर ने एक बार फिर शानदार पारी खेलते हुए 73 रनों का योगदान दिया।
-भारतीय टीम की गेंदबाजी इस मैच में पिछले मैच के मुकाबले काफी अच्छी रही थी। टीम ने 200 रन पूरे होने से पहले ही न्यूजीलैंड के आठ विकेट चटका दिए थे। लेकिन रॉस टेलर और जैमीसन ने शानदार साझेदारी निभाई। भारतीय टीम के लिए युजवेंद्र चहल और शार्दुल ठाकुर ने बढ़िया गेंदबाजी की लेकिन टीम के प्रमुख गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और युवा तेज गेंदबाज नवदीप सैनी इस मैच में कुछ खास कमाल नहीं कर सके। दोनों तेज गेंदबाजों को इस मैच में एक भी विकेट नहीं मिला और 112 रन लुटाए।
-किसी भी बड़े लक्ष्य का पीछा करने के लिए टीम को अच्छी शुरुआत मिलना जरूरी है। 274 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय पारी की शुरुआत अच्छी नहीं रही और टीम ने महज तीसरे ही ओवर में मयंक अग्रवाल का विकेट गंवा दिया जबकि पांचवें ओवर में दूसरे सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ का भी विकेट गंवा दिया। भारत ने दस ओवर पूरे होते-होते कप्तान विराट कोहली का भी विकेट गंवा दिया। टीम इन झटकों से कभी उबर नहीं सकी और लगातार अंतराल पर विकेट गंवाती रही जिसका खामियाजा टीम को हार के रूप में उठाना पड़ा।
-न्यूजीलैंड दौरे पर कप्तान विराट कोहली और केएल राहुल अब तक टीम इंडिया की बल्लेबाजी की अहम कड़ी रहे लेकिन इस मैच में दोनों खिलाड़ी उस प्रदर्शन को कायम नहीं कर सके। कप्तान विराट कोहली ने जहां 25 गेंदों पर सिर्फ 15 रन बनाए वहीं विकेटकीपर बल्लेबाज केएल 8 गेंदों पर चार रन बनाकर कोलिन डि ग्रैंडहोम का शिकार बने।
-भारतीय टीम न्यूजीलैंड से मिले 274 रनों के लक्ष्य के सामने एक समय 153 रनों पर सात विकेट गंवाकर संघर्ष कर रही थी लेकिन यहां से रवींद्र जडेजा और नवदीप सैनी के बीच आठवें विकेट के लिए 76 रनों की साझेदारी हुई। दोनों के बीच पार्टनरशिप के दम पर भारत एक समय जीत के काफी करीब पहुंच गया था। 229 रनों के स्कोर कोलिन डि ग्रैंडहोम ने अपने ओवर में छक्का खाकर अगली ही गेंद पर नवदीप सैनी को क्लीन बोल्ड कर दिया। सैनी के आउट होने के बाद जडेजा ने काफी प्रयास किया लेकिन वो टीम को जीत नहीं दिला पाए।