अपने छक्के से मीडिया बॉक्स का शीशा तोड़ने वाले रिंकू सिंह ने हंसते हुए पत्रकारों से मांगी माफी
अपने छक्के से मीडिया बॉक्स का शीशा तोड़ने वाले रिंकू सिंह ने हंसते हुए पत्रकारों से माफी मांगी। रिंकू सिंह ने BCCI टीवी से कहा, मुझे शॉट के बाद इसका अंदाजा नहीं था। बाहर आया तब पत्रकारों ने जानकारी दी। दरअसल भारत के नए फिनिशर रिंकू सिंह ने वाइडर लॉन्गऑन के ऊपर से छक्का जड़कर मीडिया बॉक्स का शीशा तोड़ दिया था।
आपको विस्तार से पूरा मामला बताते हैं। दूसरे T-20 में कप्तान ऐडन मार्करम खुद 19वां ओवर लेकर आए थे। ओवर की शुरुआती गेंदों पर ज्यादा रन नहीं बने थे। पांचवीं गेंद पर रिंकू सिंह आगे निकलकर आए। गेंद के ठीक नीचे पहुंचे। एक बार जब रिंकू सिंह ने शॉट को लॉन्च किया, तो गेंद रॉकेट की रफ्तार से निकली और मीडिया बॉक्स से जा लगी।
ऐडन मार्करम के 19वें ओवर की आखिरी गेंद पर भी रिंकू सिंह ने इसी अंदाज में छक्का जड़ा। रिंकू सिंह ने 39 गेंद पर 9 चौकों और 2 छक्कों की मदद से 68* रन ठोके। यह रिंकू सिंह का पहला इंटरनेशनल अर्धशतक था। जब भारत का स्कोर 19.3 ओवर में 7 विकेट के नुकसान पर 180 रन था, तभी बारिश आ गई।
इस वजह से साउथ अफ्रीका को जीत के लिए 15 ओवर में 152 का लक्ष्य मिला, जिसे उन्होंने 5 विकेट बाकी रहते हासिल कर लिया। रिंकू सिंह पावरप्ले के दौरान ही बल्लेबाजी के लिए आ गए थे और आखिर तक नाबाद रहे।
रिंकू सिंह ने अपनी पहली इंटरनेशनल फिफ्टी का क्रेडिट भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव को दिया
रिंकू सिंह ने अपनी पहली इंटरनेशनल फिफ्टी का क्रेडिट भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव को दिया है। दूसरे T-20 मैच में जिस वक्त रिंकू सिंह बल्लेबाजी के लिए आए थे, भारत का स्कोर 5.5 ओवर में 3 विकेट के नुकसान पर 55 रन था। रिंकू सिंह ने BCCI टीवी से बातचीत करते हुए कहा, शुरुआती 3 विकेट जल्दी गिरने के बाद बल्लेबाजी करना टफ था। ऐसे में कप्तान सूर्यकुमार यादव ने रिंकू सिंह से कहा, जैसे खेलने आए हो वैसे ही खेलो। तुम्हें अपना नेचुरल गेम बदलने की जरूरत नहीं है।
रिंकू सिंह ने कहा, इसके बाद मैंने विकेट को समझने में अपना वक्त लिया। शुरुआत में जब कुछ गेंद खेली, तो मुझे विकेट का बेहतर आइडिया हुआ। जब एक बार मैं सेट हो गया, तो फिर खुलकर शॉट खेल पाया। इस दौरान सूर्या भाई लगातार मुझसे कह रहे थे कि बॉल की मेरिट के हिसाब से अपने शॉट प्लान करो।
रिंकू सिंह ने बताया कि जब मैं शुरू में बड़े शॉट नहीं खेल पाया, तब सूर्यकुमार यादव भाई ने कहा कि शांत रहो। तुम्हारे हिट जरूर लगेंगे। रिंकू सिंह 39 गेंद पर 9 चौकों और 2 छक्कों की मदद से 68 रन बनाकर नाबाद रहे। उनका स्ट्राइक रेट 174.36 रहा। उन्होंने चौथे विकेट के लिए कप्तान सूर्यकुमार यादव के साथ 48 गेंद पर 70 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी बनाई। रिंकू सिंह ने साबित कर दिया, वह पावरप्ले के दौरान बल्लेबाजी के लिए आने के बावजूद फिनिशर की भूमिका बखूबी निभा सकते हैं।
साउथ अफ्रीका के खिलाफ दूसरे T-20 में जिस वक्त भारत का स्कोर 19.3 ओवर में 3 विकेट के नुकसान पर 180 रन था, बारिश आ गई। इसके बाद साउथ अफ्रीका को जीत के लिए 15 ओवर में 152 का लक्ष्य मिला। प्रोटियाज ने 13.5 ओवर में 5 विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया। हार से रिंकू सिंह की पारी की अहमियत कम नहीं हो जाती। इस इनिंग के बाद रिंकू सिंह T-20 वर्ल्ड कप में फिनिशर की भूमिका के हकदार बन गए।
Lekhanbaji