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ISRO के छठे नेविगेशन उपग्रह IRNSS-1F का सफल प्रक्षेपण, PM मोदी ने वैज्ञानिकों को दी बधाई
Special News Coverage
10 March 2016 1:39 PM GMT
श्रीहरिकोटा/नई दिल्ली : भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ISRO के छठे नेविगेशन उपग्रह आईआरएनएसएस-1एफ का प्रक्षेपण गुरुवार को सफलता पूर्वक कर लिया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिशासूचक उपग्रह IRNSS-1F के सफल प्रक्षेपण के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिकों को आज बधाई देते हुए कहा कि वे देश को गौरवान्वित करते रहे हैं।
भारतीय क्षेत्रीय दिशासूचक उपग्रह प्रणाली (आईआरएनएसएस) के तहत प्रस्तावित सात उपग्रहों के प्रक्षेपण की श्रंखला में यह छठा उपग्रह है। इस प्रणाली के तहत कुल सात उपग्रह हैं और इन सभी का प्रक्षेपण हो जाने के बाद यह प्रणाली अमेरिका आधारित जीपीएस के समकक्ष हो जाएगी।
आईआरएनएसएस अमेरिका के ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीपीएस) की तर्ज पर दिशा सूचक सेवाएं मुहैया करायेगा। इस श्रृंखला में प्रथम उपग्रह का प्रक्षेपण जुलाई 2013 में किया गया था।
इसरो के अध्यक्ष एएस किरन कुमार ने मिशन कंट्रोल सेंटर में कहा कि पीएसएलवी सी 32 ने उपग्रह को सही कक्षा में स्थापित कर दिया। उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय दिशा सूचक प्रणाली को पूरा करने में अब सिर्फ एक उपग्रह बचा है, जिसे हम अगले महीने प्रक्षेपित करने की उम्मीद कर रहे हैं।
आज के प्रक्षेपण के लिए आईआरएनएसएस उपग्रहों के पिछले प्रक्षेपणों के समान एक्स एल प्रारूप का इस्तेमाल किया गया।
दिशासूचक संकेत देने के अलावा आईआरएनएसएस 1 एफ में एक अत्यधिक सटीक रूबीडियम परमाणु घड़ी भी लगी हुई है। इस उपग्रह का जीवन काल 12 साल है।
इसरो अधिकारियों ने बताया कि चार उपग्रहों के साथ आईआरएनएसएस प्रणाली ने काम करना शुरू कर दिया है लेकिन कुल सात उपग्रह इसे कहीं अधिक सटीक और कार्यकुशल बनाएंगे।
PM मोदी ने दी बधाई :
PM नरेन्द्र मोदी ने भारत के एक और दिशासूचक उपग्रह आईआरएनएसएस-1 एफ के सफल प्रक्षेपण के लिए इसरो वैज्ञानिकों की आज सराहना करते हुए कहा कि यह एक ऐसी उपलब्धि है, जिस पर हम सभी को बहुत गर्व है। उन्होंने ट्वीट किया, आईआरएनएसएस-1 एफ का सफल प्रक्षेपण एक ऐसी उपलब्धि है जिस पर हम सभी को बहुत गर्व है। मैं अपने वैज्ञानिकों की कड़ी मेहनत और इसरो को सलाम करता हूं।
Successful launch of IRNSS-1F is an accomplishment we all take immense pride in. I salute the hardwork of our scientists & @isro.
— Narendra Modi (@narendramodi) March 10, 2016
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