- होम
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- राष्ट्रीय+
- आर्थिक+
- मनोरंजन+
- खेलकूद
- स्वास्थ्य
- राजनीति
- नौकरी
- शिक्षा
Archived
यूनाइटेड जिहाद काउंसिल ने ली पठानकोट हमले की जिम्मेदारी, जानिए कौन है इसका सरगना
Special News Coverage
4 Jan 2016 1:38 PM GMT
नई दिल्ली : पंजाब के पठानकोट में हुए आतंकवादी हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन यूनाइटेड जिहाद काउंसिल (यूजेसी) ने ली है। पाकिस्तान स्थित इस आतंकी संगठन में करीब 16 आतंकी समूह शामिल हैं। कुछ दिन पहले ही यूजेसी ने कश्मीर में ग्लोबल जिहाद छेड़ने की अपील की थी।
जानकारी मुताबिक, यूजेसी में हरकत-उल-अंसार, हिज्ब-उल-मुजाहिदीन, जमीयत-उल-मुजाहिदीन, अल-जिहाद, अल बर्क, अब बदर, इख्वान-उल-मुसलमीन और तहरीक-उल-मुजाहिदीन जैसे आतंकी संगठन शामिल हैं। इसका सरगना सैय्यद सलाहुद्दीन है, जो पीओके का रहने वाला है।
कौन है सैय्यद सलाहुद्दीन :
सैय्यद सलाहुद्दीन आतंकी संगठन हिज्ब-उल-मुजाहिदीन का सरगना है। यह संगठन कश्मीर में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देता है। भारत में बड़े पैमाने पर आतंकी हमलों को अंजाम देने के लिए नवंबर, 1990 में यूजेसी का गठन किया गया था। इसका हेटक्वार्टर मुजफ्फराबाद (पीओके) में है।
सलाहुद्दीन को यूजेसी का चेयरमैन बनाया गया। जून, 2012 में दिए एक इंटरव्यू में उसने दावा किया था कि कश्मीर की लड़ाई के लिए पाकिस्तान उसके संगठन की मदद करता है। यदि पाकिस्तान ने मदद करना बंद कर दिया, तो वह वहां भी आतंकी वारदातों को अंजाम देगा।
पिछले साल सलाहुद्दीन ने कश्मीर को गृह युद्ध का शिकार देश बताते हुए कहा था कि जिहादियों को कश्मीर में दखल देना चाहिए। अल कायदा, तालिबान या कोई भी संगठन या देश दमन के शिकार कश्मीरियों की मदद के लिए आगे आता है, तो इसका स्वागत किया जाएगा।
Special News Coverage
Next Story