- होम
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- राष्ट्रीय+
- आर्थिक+
- मनोरंजन+
- खेलकूद
- स्वास्थ्य
- राजनीति
- नौकरी
- शिक्षा
Archived
बंगालः पुजारी बोला, मुस्लिमों ने पुलिस थाने को जलाने से पहले लगाए मोदी सरकार विरोधी नारे
Special News Coverage
6 Jan 2016 7:02 PM IST
मालदाः पश्चिम बंगाल के मालदा जिले के कालियाचक में मुस्लिम समुदाय की रैली में हुई हिंसा में घायल हुए एक व्यक्ति ने दावा किया कि रैली के दौरान मोदी सरकार के खिलाफ नारे लगाए गए।
गोली लगने से घायल हुए 19 साल के तन्मय तिवारी उर्फ गोपाल तिवारी ने इंडियन एक्सप्रेस को मंगलवार को बताया कि रैली में शामिल लोग मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। भीड़ में से कुछ लोग दूसरे समुदाय की दुकानों व घरों को तोड़ रहे थे और जला रहे थे। गोपाल पुजारी का काम करता है और अभी एक प्राइवेट नर्सिंग होम में भर्ती है।
इसे भी पढ़ें2.5 लाख मुस्लिमों की भीड़, भीड़ देख पुलिस कर्मी थाने से भागे आगजनी
उसने बताया कि जब आगजनी शुरु हुई तो वह कालियाचक पुलिस स्टेशन के पास स्थित शनि मंदिर में कुछेक लोगों के साथ खड़ा था। शुरुआत में हमने उन्हें रोकने की कोशिश की लेकिन उनकी संख्या को देखते हुए हमें भागना पड़ा। जब हम भाग रहे थे इसी दौरान किसी ने गोली चलाई जो मेरे बाएं पैर में लगी। इसके बाद एक दोस्त गोपाल को रिश्तेदार के घर ले गया और फिर वहां से मालदा सदर अस्पताल। अस्पताल में डॉक्टर्स ने बताया कि उसके पैर में गोली लगी हुई है लेकिन वे ऑपरेशन नहीं कर सकते।
उन्होंने कोलकाता या फिर किसी प्राइवेट नर्सिंग होम जाने को कहा। सोमवार को उसे प्राइवेट नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया जहां डॉक्टर्स ने उसकी गोली निकाली। उसके परिवार वाले अब गोपाल के मेडिकल खर्च के लिए मदद मांग कर रहे हैं। उसके पिता दिहाड़ी मजूदरी करते हैं और परिवार में गोपाल, उसकी बहन और माता-पिता समेत चार लोग हैं। गोपाल के चचेरे भाई धनंजय साहा ने बताया कि हम स्थानीय सांसद अबू हसीम खान चौधरी से आर्थिक मदद के लिए मिलने की सोच रहे हैं। अगर वहां से मदद नहीं मिलती है तो फिर घर को गिरवी रखना होगा। अभी तक किसी प्रकार की मदद नहीं मिली है।
इसे भी पढ़ें मालदा विस्फोटः दो की मौत दो घायल
गोपाल की बहन सुपर्णा ने बताया कि वे 45 हजार रुपये का लोन ले चुके हैं। हमें नहीं पता कि उसे अस्पताल से कब छुट्टी मिलेगी। ऑपरेशन, टेस्ट और दवाओं पर हम 45 हजार रुपये खर्च कर चुके हैं। यह रकम हमने दोस्तों और परिवार के लोगों से उधार ली है। गौरतलब है कि अखिल भारत महासभा के नेता कमलेश तिवारी के पैगंबर मुहम्मद के खिलाफ की गई भड़काऊ टिप्पणी के विरोध में मुसलमानों ने रैली निकाली थी और इस दौरान उन्होंने लगभग दो दर्जन गाडि़यों को आग लगा दी थी, साथ ही कालियाचक पुलिस थाने पर हमला बोल इसे भी फूंक दिया था।
Special News Coverage
Next Story