Archived

राम मंदिर निर्माण के लिए अयोध्या पहुंचे 15 टन पत्थर, पुलिस सतर्क

Special News Coverage
21 Dec 2015 5:45 AM GMT
Ram Mandir


अयोध्या : विश्व हिंदू परिषद की ओर से यूपी के अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर देशभर से पत्थर जमा करने का राष्ट्रव्यापी अभियान घोषित करने के करीब छह महीने बाद रविवार को पत्थरों से लदे दो ट्रकों के शहर में प्रवेश करने पर जिला पुलिस सतर्क हो गई।


जारी रहेगा पत्थरों काे आना
रामसेवकपुरम स्थित कार्यशाला में पत्थरों की पहली खेप पहुंचने पर रामजन्म भूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास ने वैदिक मंत्रोच्चर के बीच शिला पूजन किया। इस मौके पर उन्होंने विश्वास जताया कि जल्द ही मामले का हल हो जाएगा और मंदिर निर्माण का कार्य शुरू होगा। विहिप के प्रस्तावित माडल के अनुरुप राम मंदिर निर्माण के लिए पत्थरों की तराशी को लेकर राजस्थान के भरतपुर से करीब 15 टन पत्थरों की पहली खेप पहुंच गई।

उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि मामला भले सुप्रीम कोर्ट में है लेकिन कोर्ट भी जनभावनाओं का अनादर नहीं करती है। उन्होंने कहा कि हम कोर्ट का सम्मान करते हैं और यह विश्वास है कि निर्णय हिन्दू समाज के पक्ष में ही आएगा।

मोदी सरकार से संकेत मिले
महंत नृत्य गोपाल दास ने बताया कि उन्‍हें केंद्र सरकार से 'संकेत' मिले हैं कि मंदिर का निर्माण अब कराया जाएगा। महंत नृत्य गोपाल दास ने कहा कि अब अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का वक्त आ गया है। रविवार को अयोध्या में ढेर सारे पत्थर पहुंच गए हैं। अब पत्थरों का पहुंचना जारी रहेगा। हमें केंद्र सरकार से संकेत मिले हैं कि मंदिर का निर्माण अब किया जाएगा।

वहीं फैजाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मोहित गुप्ता ने कहा कि पुलिस हालात पर नजर रख रही है। पत्थरों को एक निजी परिसर में रखे गए हैं। इस वाकये से अगर शांति भंग होती है या सांप्रदायिक सद्भाव बिगड़ता है तो निश्चित तौर पर कार्रवाई की जाएगी।


पत्थर इकट्ठा करने का राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू
रविवार को पत्थरों (शिलाओं) को पूजन के बाद रामसेवक पुरम में रखा जा रहा है। यहीं से इन शिलाओं को निर्माण स्थल पर भेजा जाएगा। बीते जून में मंदिर निर्माण के लिए पत्थरों को दान दिए जाने की घोषणा की गई थी। विहिप मीडिया के अनुसार अभी करीब 75 हजार घनफुट पत्थर और आएंगे। यह पत्थर दानदाताओं की ओर से रामजन्मभूमि न्यास को दान किया गया है। इसकी प्रेरणा विहिप के पूर्व सुप्रीमो अशोक सिंहल ने अपने जीवन के अंतिम क्षणों में दी थी।
Next Story