You Searched For "साहित्य और जनवाद"

जनवाद और साहित्य की तिजारत

''जनवाद और साहित्य की तिजारत''

साहिर ने एक जगह कहा है-अपना हक़ मांग मगर उनके तआउन से न मांगजो तेरे हक़ का तसव्वुर ही फ़ना कर डालेंइंसानी हुक़ूक़ की पामाली, सांस्कृतिक आतंक और इस अन्याय के ख़िलाफ़ उठती हुई अवाज़ों की गूँज हर दौर और हर समाज...

13 July 2021 7:34 PM IST