दरअसल हिटलर कभी मरा ही नहीं. बीच-बीच में वह सिर उठाता ही रहता है कभी हमारे ही भीतर तो कभी छुपे/खुले रूप में कहीं भी. आज तो हिटलर मौजूद है एकदम नंगा हमारे चारों तरफ.