ओशो ने हजरत राबिया बसरी के गीत और शेख फरीद के बोल को अपने साहित्य मे स्थान दिया है। ब्रह्मचर्य से दूरी ओशो और इस्लाम की समान विचार धारा है।केवल इस्लाम में निकाह की बाध्यता है और ओशो के यहाँ नहीं है