WHO के मुताबिक अगर दुनिया को 'सेकेंड वेव' का सामना न भी करना पड़ा तो कुछ ऐसे देश हैं जहां फिर से संक्रमण के मामले बढ़ेंगे और 'सेकेंड पीक' आने की आशंका है.