कानपुर में लखनऊ से निर्वासित गुंडे भी बसे। जब यह नवाब शुजाउद्दौला की अमलदारी में आया तो लखनऊ से जिन गुंडों को भगाया जाता वह गंगा पार कानपुर आ कर बस जाता