
कई दिनों से भूखी-प्यासी घर में अकेली थी बृद्ध महिला, कलेक्टर ने किया ऐसा काम हो रही है तारीफ़!

तमिलनाडु के करूर में रहने वाली 82 साल वृद्ध महिला उस वक्त चौंक गई, जब उनके यहां एक वीआईपी मेहमान आया। खुद की जिंदगी बसर करने के लिए सरकारी मदद की मुंहताज इस महिला को समझ में ना आया कि आखिर उसके यहां जिले के कलेक्टर साहब क्यों पहुंचे हैं। लेकिन कलेक्टर साहब ने अपने आने की वजह बताई तो इस सरकारी अधिकारी के लिए इस महिला के दिल में भावनाओं का ज्वार उमड़ पड़ा।
वृद्ध महिला की हालत बेहद खराब है। चंद प्लास्टिक के बर्तनों के जरिये ये महिला अकेली किसी तरह अपनी जिंदगी काट रही है। 82 साल वृद्ध महिला घर में बिल्कुल अकेली। कई दिनों से भूखी। बीमार अवस्था में पड़ी हुई। खाना-पीना और ठीक से उठना-बैठना भी दूभर। हर पल भगवान से उठा लेने की फरियाद करती हुई।
वृद्धा के घर ठीक से बर्तन भी नहीं होते तो वह कहतीं हैं साहब हम तो केले के पत्ते पर ही खाते हैं। डीएम कहते हैं-अति उत्तम। आज मैं भी केले के पत्ते पर खाऊंगा। किस्सा यही खत्म नहीं होता। चलते-चलते डीएम वृद्धावस्था की पेंशन के कागजात सौंपते हैं। कहते हैं कि आपको बैंक तक आने की जरूरत नहीं होगी, घर पर ही पेंशन मिलेगी। डीएम गाड़ी में बैठकर चले जाते हैं, आंखों में आंसू लिए वृद्धा आवाक रहकर देखती रह जातीं हैं।