
तमिलनाडु में 8वें दिन भी बारिश का कहर जारी, 8 लोगों की मौत

नई दिल्ली: तमिलनाडु के कई हिस्सों में बारिश हुई जिससे जलभराव की समस्या उत्पन्न हो गई है. जन जीवन भी पूरी तरह अस्त व्यस्त हो गया है. चेन्नई और आस-पास के तटीय जिलों में भारी बारिश का कहर जारी. और अब तक राज्य में 8 लोगों की मौत हो चुकी है. हालात को देखते हुए चेन्नई समेत तमिलनाडु के छह जिलों में स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं.
चेन्नई में गुरुवार रातभर हुई भारी बारिश के बाद शुक्रवार दिन में कुछ राहत मिली थी, लेकिन शाम होते-होते फिर से भारी बारिश शुरू हो गई. तेज बारिश ने चेन्नई के मयलापुर, फोरशोर एस्टेट और तांब्रम, क्रोमपेट और पल्लवरम के दक्षिणी उपनगरों को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है.
चेन्नई में अब तक इस साल उत्तरपूर्व मानसून के दस्तक देने के बाद से 554.2mm बारिश हो चुकी है. चेन्नई मे पूरे सीजन में (1 अक्टूबर से 15 दिसंबर के बीच) करीब 750mm बारिश होती है और इस तरह अब तक शहर में करीब 74% बारिश हो गई है.
भारती मौसम विभाग के डेटा के अनुसार शुक्रवार तक चेन्नई में करीब 441.3mm बारिश दर्ज की गई है. गुरुवार को चेन्नई में हुई बारिश नवंबर के इतिहास में अबतक की हुई तीसरी सबसे ज्यादा बारिश है. मूसलाधार बारिश के कारण शहर की यातायात व्यवस्था ध्वस्त हो गई है.
तमिलनाडु के चेन्नई में भारी बारिश लोगों के लिए मुसीबत बन रही है. कई इलाकें जलमग्न हैं. फेमस मरीना बीच में भी सर्विस लेन तक पानी भर चुका है. मरीना बीच इलाके में सबसे ज्यादा 30 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई. वहीं एक और जहां पावर कट की वजह से कई हिस्सों में अंधेरा छाया रहा.
वहीं वॉटर लॉगिंग की वजह से थिरुवरुर इलाके के पास मनल अगाराम में एक किसान बिजली के तारों के चपेट में आ गया और उसकी मौत हो गई. इस तरह 27 अक्टूबर के बाद नॉर्थ ईस्ट मॉनसून बारिश की वजह से मरने वालों की संख्या 8 हो चुकी है. चेन्नई, थिरुवलुर और कांचीपुरम जिले में 31 अक्टूबर से ही स्कूल और कॉलेज बंद हैं.
वहीं सरकार ने प्राइवेट कंपनियों से अपने कर्मचारियों को घर से काम करने का ऑप्शन देने को कहा है. मौसम विभाग ने बताया कि कल रात हुई भारी बारिश से पश्चिमी मांबलम और गुइंडी इंडस्टि्रयल एस्टेट में जलभराव हो गया. इसके कारण बस, टैक्सी, ऑटो और उपनगरीय ट्रेन सेवाएं बाधित हो गईं.
वही रेलवे अधिकारियों ने बताया कि पानी भर जाने से सेंट थॉमस माउंट और कोडम्बक्कम उपनगर सेक्टर के बीच रात साढ़े नौ बजे से ट्रेन सेवाएं बाधित रहीं. हवाईअड्डा अधिकारियों ने बताया कि शहर के हवाईअड्डों पर विमानों की आवाजाही सामान्य है.
Massive water-logging in parts of #TamilNadu followed by heavy rainfall: Visuals from #Chennai's Korattur area pic.twitter.com/r8lZ3Y5zAl
— ANI (@ANI) November 4, 2017
लगातार हो रही बारिश से कई घरों में पानी घुस गया है और कई हेक्टेयर में फैली फसलों को भी नुकसान पहुंचा है. लोगो की परेशानी देखते हुए मुख्यमंत्री ई पलानीसामी और उप मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम के कैबिनेट सदस्यों के साथ चेन्नई के कई इलाकों का दौरा किया.
ई पलानीसामी ने कहा है कि चेन्नई कॉरपोरेशन और कांचीपुरम जिले में वॉटर लॉगिंग की दिक्कतों से जूझ रहे निचले इलाकों की पहचान हो चुकी है. राहत का काम युद्धस्तर पर जारी है. उन्होंने बाढ़ राहत शिविरों में मौजूद व्यक्तियों को खाने के पैकेट, धोती और साड़ी, चटाई और चादर बांटे.
इस बीच तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के ई पलानीसामी ने ग्रेटर चेन्नै निगम के सभी 15 क्षेत्रों के प्रभावित इलाकों और कांचीपुरम जिले में युद्धस्तर पर राहत कार्य चलाने और समन्वय के लिए मंत्रियों के नामों की घोषणा की है. यहां राहत
कार्यों की देखरेख के लिए निगम के सभी 15 क्षेत्रों में समन्वयकों के रूप में वरिष्ठ नौकरशाहों के नामों की घोषणा के कुछ दिन बाद सभी जिलों के लिए आईएएस अधिकारियों को भी तैनात किया गया है.
2015 की तरह डेंगू के खतरे के फिर से पनपने के मद्देनजर अन्नाद्रमुक सरकार ने ऐसे खतरों के निराकरण के लिए तैयार रहने को कहा है. नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि जलभराव की स्थिति से निपटने के प्रयास जारी हैं.
मौसम विभाग के अनुसार, शुक्रवार सुबह साढ़े आठ बजे तक चेन्नई और नुंगमबक्कम में 18 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई और दक्षिणी उपनगर में मीनम्बक्कम में 14 सेंटीमीटर तक बारिश दर्ज की गई. उत्तर चेन्नई में व्यासरपदी और ओरी, मध्य चेन्नई में पश्चिम अन्ना नगर और दक्षिण चेन्नई में मदिपक्कम में बहुत ज्यादा पानी भर गया है.
10 हजार एकड़ जमीन के पानी में डूब जाने की वजह से वेदारण्यम इलाके में नमक का उत्पादन रुक गया है. बता दें पिछले पांच सालों में चेन्नई में रिकॉर्ड बारिश दर्ज की गई है.