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'सेफ नहीं Zoom', सरकार ने इस एप से कॉन्फ्रेंस करने वालों को दी चेतावनी, जानें क्या है खतरा
गृह मंत्रालय ने वीडियो कॉल और वीडियो कांफ्रेंसिंग के लिए पॉपुलर Zoom ऐप को अनसेफ बताया है. गृह मंत्रालय की साइबर को-ओरडिनेशन सेंटर की एडवाइजरी के मुताबिक, जूम एक सेफ प्लेटफॉर्म नहीं है. हाल ही में इस ऐप ने लोकप्रियता के मामले में टिकटॉक, व्हाट्सऐप को भी पीछे छोड़ दिया. इस ऐप को 5 करोड़ से अधिक बार डाउनलोड किया गया है.
गौरतलब है कि दुनियाभर के कई देशों में लॉकडाउन (Lockdown) किया गया है और लोगों को घरों में ही रहने को कहा जा रहा है. ऐसे में काफी लोग वीडियो कॉल और वीडियो कांफ्रेंसिंग के लिए Zoom एप का इस्तेमाल कर रहे हैं. लेकिन हाल के दिनों में Zoom ऐप विवादों में भी रहा है. प्राइवेसी के खतरों को लेकर ऐप पर सवाल उठे हैं.
Ministry of Home Affairs (MHA) says, "Zoom is not a safe platform", issues advisory for those who want to use it. Zoom is an online video-conferencing application/software. pic.twitter.com/zhWsFaLQr4
— ANI (@ANI) April 16, 2020
इस्तेमाल करने के पीछे क्या हैं समस्याएं?
1. हाल ही में पता चला था कि जूम ऐप से पर्सनल ईमेल और फोटोज लीक किए जा सकते हैं. इसमें कंपनी डायरेक्टरी का फीचर है जिससे कि हैकर ईमेल वगैरह हैक कर सकते हैं.
2. जूम ने दावा किया था कि यूजर्स की सुरक्षा के लिए ऐप में End-to-end एन्क्रिप्शन का इस्तेमाल किया जाता हैं. लेकिन यह दावा गलत निकला.
3. जूम में सुरक्षा के लिए HTTPS जैसी तकनीक इस्तेमाल की जाती है. इससे वीडियो कॉल को सुरक्षित समझा जा सकता है, लेकिन हैकर कॉल को डिक्रिप्ट कर सकते हैं.
4. अमेरिकी एंटरप्रेन्योर एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स ने प्राइवेसी के खतरे को देखते हुए जूम ऐप के इस्तेमाल को बैन कर दिया है.
5. जूम ऐप हाल ही में Zoombombing का शिकार हुआ है. Zoombombing उस एक्टिविटी को कहते हैं जब अचानक से वीडियो कांफ्रेसिंग के दौरान आपत्तिजनक कंटेंट प्रसारित किया जाने लगता है. जैसे कि हेट स्पीच या पॉर्न वीडियो.
6. एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ था कि जूम ऐप फेसबुक को यूजर्स का डाटा भेज रहा है, खासकर उन यूजर्स के जो फेसबुक इस्तेमाल नहीं करते.
7. कुछ रिपोर्टों में दावा किया गया था कि जूम ऐप का इस्तेमाल कर रहे एपल के मैकबुक यूजर्स के कैमरे को हैकर एक्टिवेट कर सकते हैं.