- होम
- राष्ट्रीय+
- वीडियो
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- शिक्षा
- स्वास्थ्य
- आजीविका
- विविध+
- Home
- /
- विविध
- /
- मनोरंजन
- /
- लाइफ स्टाइल
- /
- नाख़ून में चिप लगने का...
नाख़ून में चिप लगने का बाद कैसे बना जाएगा एटीएम!
गिरीश मालवीय
फेसबुक के बुद्धिजीवियों से आप शरीर में इंसर्ट की जाने वाली माइक्रोचिप के बारे में अगर आप बात करे तो वो पहले तो हँसते है फिर चिढ़कर आपको सीधे कांस्पिरेसी थ्योरिस्ट का ही तमगा दे देते है लेकिन आँखे खोल कर देख लीजिए इन तस्वीरों को, माइक्रोचिप के माध्यम से डिजिटल पहचान की यह तकनीक आ चुकी है। ......और इसका इस्तेमाल होना भी शुरू हो गया है अभी तक बतौर ट्रायल दुबई में अब तक 500 लोग यह चिप इस्तेमाल कर रहे है इस तकनीक में कस्टमर के हाथो की ऊँगली के नाखून में एक छोटी सी माइक्रोचिप लगायी जाती है. इस तकनीक के जरिये आपके नाखून पर पूरा डेटा आ जाता है और आप इसे अपने साथ लेकर चलते हैं. नाखून में माइक्रोचिप लग जाने के यह एक चलता फिरता क्रेडिट या डेबिट कार्ड बन जाता है.
मैनीक्योर के जरिये यह चिप सीधे आपके नाखून में लगा दी जाती है. नाखून पर लगा माइक्रोचिप नियर फिल्ड कम्युनिकेशन( Near Field communication) तकनीक पर काम करती है. यह एक वायरलेस तकनीक है जो शॉर्ट रेंज पर काम करती है. इससे स्मार्टफोन, पेमेंट कार्ड समेत अन्य डिवाइस भी स्मार्ट बन जाते हैं. इसके लिए आपके नाखूनों में किसी प्रकार की कोई सर्जरी नहीं होती है. ना ही आपको इंजेक्शन लेना पड़ता है. बस बड़े ही आराम से यह माइक्रोचिप आपके नाखून के उपर रख दी जाती है. माइक्रोचिप को नाखून पर लगाने के लिए एक खास प्रकार की कटिंग की जाती है. इसके बाद इसमें चिप को डाल दिया जाता है. फिर इसके बाद एक स्कैन से आप नाखून में लगे चिप का इस्तेमाल कर सकते हैं.
यही नहीं अमेरिकी रक्षा विभाग के मुख्यालय पेंटागन के वैज्ञानिकों ने एक ऐसी माइक्रोचिप और तकनीक विकसित की है, जो आपके शरीर में कोरोनावायरस के लक्षण को बेहद आसानी से पहचान लेगी और बाद में वायरस को फिल्टर के जरिए खून से निकाल लिया जाएगा डॉ. हेपबर्न ने कहा कि माइक्रोचिप को शरीर के किसी भी हिस्से में त्वचा के नीचे लगाया जा सकता है। यह शरीर में होने वाली हर तरह की रासायनिक प्रतिक्रिया बताएगी और उसके द्वारा भेजे जाने वाले संकेत बताएंगे कि आप कितनी देर में संक्रमित हाेने वाले हैं।