- होम
- राष्ट्रीय+
- वीडियो
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- शिक्षा
- स्वास्थ्य
- आजीविका
- विविध+
- Home
- /
- विविध
- /
- मनोरंजन
- /
- लाइफ स्टाइल
- /
- चीन के 59 ऐप्स पर बैन...
चीन के 59 ऐप्स पर बैन इस बार सिर्फ प्ले स्टोर नहीं, ISP लेवल पर भी ब्लॉक हुए ये चीनी ऐप्स, इस तरह भी नहीं कर सकते इस्तेमाल
नई दिल्ली. भारत सरकार ने सोमवार को जिन 59 चीनी ऐप्स पर बैन लगाया है, उन्हें गूगल प्ले स्टोर और एपल के ऐप स्टोर से हटा दिया गया है। रिपोर्ट्स और यूजर्स बता रहे हैं कि अब इन चाइनीज ऐप्स को इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर (ISP) लेवल पर भी बैन कर दिया गया है।
अमूमन सरकार जब ऐसा कदम उठाती है तो गूगल और एपल के एप स्टोर पर ऐप्स ब्लॉक कर दिए जाते हैं ताकि नए यूजर डॉउनलोड न कर सकें। लेकिन, चीनी ऐप्स के मामले में नेक्स्ट लेवल पर जाते हुए इंटरनेट सर्विस देने वाली तमाम कंपनियों ने इन्हें अपने सर्वर लेवल पर ही ब्लाक कर दिया है। ऐसे में अब कोई यूजर पबजी और ब्लूव्हेल गेम की तरह इन्हें आफलाइन मोड में भी नहीं चला पाएगा।
ISP लेवल पर किस तरह बैन की गईं ऐप्स
ऐप्स बैन करने के सरकार के नोटिफिकेशन के बाद ISP लेवल पर कंपनियों ने ऐप्स को ब्लाक किया। इसके बंद कंपनियों ने यूजर को एक नोटिफिकेशन भेजा। इसमें कहा गया है कि ऐप्स को ब्लाक करने के सरकार के फैसले को लागू करने के लिए यह कदम उठाया गया है ताकि भारत के यूजर्स की प्राइवेसी और सिक्युरिटी बनी रहे।
यूजर को चेतावनी भरा संदेश मिलेगा
इंटरनेट सर्विस देने वाली कंपनियों के इस कदम के बाद अब बैन की गई ऐप्स का किसी भी तरह से इस्तेमाल नहीं किया जा सकेगा। वो ऐप्स भी नहीं चलाए जा सकेंगे, जिनके लिए एक्टिव इंटरनेट कनेक्शन की जरूरत नहीं होती थी। ये ऐप्स अपडेट्स भी नहीं हो सकेंगे। यूजर के मोबाइल में ऐप भले ही रहे, लेकिन उसे किसी भी तरह से इंटरनेट एक्टिवेशन नहीं मिल पाएगा। यूजर उसे इस्तेमाल करेगा तो सर्विस प्रोवाइडर की ओर से एक चेतावनी भर संदेश मिलेगा।
सरकार के गूगल और एपल को निर्देश
कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, केंद्र सरकार के मंत्रियों की सोमवार को एक बैठक हुई। इस बैठक में केंद्र ने गूगल और एपल को प्ले स्टोर और ऐप स्टोर से बैन किए गए ऐप्स हटाने को कहा। इसके बाद ना तो इन ऐप्स को डाउनलोड किया जा सकेगा और ना ही अपडेट किया जा सकेगा।