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जानिए- ओवैसी ने क्यों कहा, 'मैं एक लैला हूं और मेरे हजारों मजनू हैं'
हैदराबाद : ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम चुनाव के लिए 1 दिसंबर को वोटिंग है. इस लोकल इलेक्शन को लेकर बीजेपी और एआईएमआईएम ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. दोनों पार्टियों के नेताओं के बीच सियासी बयानबाजी भी जारी है. इस बीच असदुद्दीन ओवैसी ने अपनी पार्टी एआईएमआईएम को बीजेपी (BJP) की टीम बी बताने पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है. ओवैसी ने कहा, 'ओवैसी 'मेरा हाल ऐसा है कि मैं एक लैला हूं और मेरे हजारों मजनू हैं.' ओवैसी का कहना था कि सभी पार्टियां मुझे मुद्दा बनाकर लाभ लेना चाहती हैं.
ओवैसी ने रविवार को हैदराबाद के एक न्यूज चैनल को दिए गए इंटरव्यू में ये बातें कही. उन्होंने कहा, 'बिहार में कांग्रेस ने कह दिया कि मैं बीजेपी के साथ वोटकटवा हूं, बी टीम हूं. यहां हैदराबाद में कांग्रेस कह रही है कि अगर ओवैसी नहीं तो हमको वोट दे दो. बीजेपी कुछ और कह रही है. मुझे कोई फिक्र नहीं है.' ओवैसी ने आगे कहा, 'ये सब देखकर ऐसा लग रहा है कि मैं एक लैला हूं और हर कोई चाहता है कि मुझे मुद्दा बनाकर वोट हासिल किए जाएं. हैदराबाद की जनता यह देख रही है कि असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी हैदराबाद के हर पहलू को बेहतर बनाने की कोशिश कर रही है. यह बात तो अब जनता तय करेगी.'
नासमझ हैं गृहमंत्री के सलाहकार
इंटरव्यू में जब ओवैसी से पूछा गया कि अमित शाह पूछते हैं कि जब हैदराबाद में बाढ़ आई तो ओवैसी भाई और टीआरएस कहां थी. इसके जवाब में ओवैसी ने कहा, 'अमित शाह के सलाहकार नासमझ हैं. अकबरुद्दीन ओवैसी ने साढ़े तीन करोड़ की रिलीफ बांटी. हमारे पास इसके विजुअल हैं. हम लोगों की जान बचा रहे थे. हमने सीएम से मिलकर हर घर को 10 हजार रुपये दिलवाए.'
हमने हिंदू-मुस्लिम हर आदमी को दिलाई मदद
ओवैसी ने आगे कहा, 'हमने न हिंदू देखा न मुसलमान हर आदमी की मदद की. उस समय बीजेपी सो रही थी. सिवाय एएमआईएम के एमएलए के और सीएम के अलावा कोई नहीं गया बाढ़ग्रस्त इलाकों में.' उन्होंने कहा, 'मैं अमित शाह पर आरोप लगा रहा हूं कि आपने हैदराबाद की जनता के साथ झूठ बोलकर उन्हें एक रुपया नहीं दिलवाया. कर्नाटक की बाढ़ में पैसा दिया. अगर हैदराबाद में लोगों को पैसे मिलते तो एक-एक घर को 80 हजार से एक लाख रुपये मिलते.'
विधानसभा चुनाव का लिटमस टेस्ट है ये निकाय चुनाव
दरअसल, हैदराबाद निकाय चुनाव को 2023 के तेलंगाना विधानसभा चुनाव का लिटमस टेस्ट माना जा रहा है. यहीं कारण है कि बीजेपी ने केसीआर और असदुद्दीन ओवैसी के मजबूत दुर्ग में अपने दिग्गज नेताओं की फौज उतार दी है. ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम देश के सबसे बड़े नगर निगमों में से एक है. यह नगर निगम 4 जिलों में है, जिनमें हैदराबाद, रंगारेड्डी, मेडचल-मलकजगिरी और संगारेड्डी आते हैं.
4 दिसंबर को आएंगे निकाय चुनाव के नतीजे
इस पूरे इलाके में 24 विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं और तेलंगाना के 5 लोकससभा सीटें आती हैं. यही वजह है कि ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम चुनाव में केसीआर से लेकर बीजेपी, कांग्रेस और असदुद्दीन ओवैसी तक ने ताकत झोंक दी है. 1 दिसंबर को वोट डाले जाएंगे, वोटों की गिनती 4 दिसंबर को होगी.