हैदराबाद

वो कलेजे का टुकड़ा था, फिर भी दे दी 8 लाख की सुपारी..कातिल मां-बाप की क्या थी मजबूरी? चौकाने वाला खुलासा

Arun Mishra
2 Nov 2022 3:48 PM GMT
वो कलेजे का टुकड़ा था, फिर भी दे दी 8 लाख की सुपारी..कातिल मां-बाप की क्या थी मजबूरी? चौकाने वाला खुलासा
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हैदराबाद में एक मां-बाप ने ही अपने ही कलेजे के टुकड़े की हत्या के लिए 8 लाख की सुपारी दे दी।

हैदराबाद में एक मां-बाप ने ही अपने ही कलेजे के टुकड़े की हत्या के लिए 8 लाख की सुपारी दे दी। मृतक साईं राम का पिता क्षत्रिय राम सिंह एक सरकारी स्कूल में प्रिंसिपल है। पुलिस ने इस मामले में 7 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें मारे गए लड़के के माता-पिता, मामा और सुपारी लेने वाले 4 अन्य लोग शामिल हैं।

मृतक साईं राम की उम्र 26 साल थी और वह अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। वह पढ़ाई छोड़ चुका था और शराब के लिए पैसे न देने पर अपने माता-पिता को पीटता था। तंग आकर माता-पिता ने उसके मर्डर की सुपारी दे दी। आरोपियों ने मृतक को मंदिर ले जाने के बाद शराब पिलाई और फिर रस्सी से गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी।

सरकारी स्कूल में प्रिंसिपल क्षत्रिय राम और उनकी पत्नी रानी बाई अपने एकलौते बेटे साई राम से इतना परेशान थे कि उनका जीना दूभर हो गया था। उनका बेटा हर रोज उनसे शराब पीने के लिए पैसा मांगता था। तेलंगाना के खम्मम का यह मामला दहलाने वाला है। मृतक पुत्र माता-पिता से शराब पीने के लिए पैसा नहीं मिलने पर उन्हें मारते-पीटते थे। बेटे को ठीक करने के लिए क्षत्रिय राम ने उसे सुधारगृह (Rehabilitation) भी भेजा लेकिन मृतक अपनी आदतों से बाज नहीं आया था। वह सुधारगृह से आने के बाद भी माता-पिता को परेशान करने लगा। उनसे पैसे मांगता था। उनका जीना मुहाल कर दिया था। क्षत्रिय राम की एक बेटी भी है जो अमेरिका में रहती है। अपनी भाई की हरकतों से वो भी परेशान रहती थी। लेकिन किसी ने भी ऐसा नहीं सोचा होगा कि जिस जिगर के टुकड़े के जन्म होने पर पूरा परिवार जश्न में डूबा था उसी लड़के को उसके माता-पिता मरवा देंगे।

CCTV में कार दिखने से पकड़े गए आरोपी

साईं राम की लाश 18 अक्टूबर को सूर्यापेट के मूसी से बरामद हुई थी। पुलिस ने इलाके के CCTV फुटेज खंगाले तो पता चला कि साईं राम आखिरी बार परिवार की कार से ही कहीं गया था। लाश मिलने के बाद साईं राम के माता-पिता उसी कार में मॉर्चुरी गए। वहां उन्होंने बेटे के शव की शिनाख्त की थी।

पुलिस का शक इसलिए भी गहराया, क्योंकि माता-पिता ने बेटे की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज नहीं कराई थी। पुलिस ने पूछताछ की, तो दोनों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया।

मर्डर करने से पहले मंदिर लेकर गए

पुलिस ने बताया कि 18 अक्टूबर को आरोपी सत्यनारायण और रवि परिवार की कार में साईं राम को एक मंदिर ले गए थे। वहां बाकी आरोपी उनसे मिले। सभी ने मिलकर शराब पी और साईं राम के नशे में धुत होने के बाद रस्सी से उसका गला घोंट दिया। इसके बाद आरोपियों ने शव को सूर्यापेट की मूसी नदी में फेंक दिया।

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