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200 किसान रोज जंतर मंतर पर करेंगे प्रदर्शन, जंतर मंतर को छावनी में किया तब्दील
नई दिल्ली: किसान पिछले 8 महीने से दिल्ली की सीमाओं के पास धरने पर बैठे है.कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर किसान समय समय पर सरकार के खिलाफ शक्ति प्रदर्शन करते रहते है.वही जैस कि संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से ऐलान किया गया था की संसद के मॉनसून सत्र में २०० किसान संसद भवन के बाहर जाकर प्रदर्शन करेंगे.
जिसके बाद से किसानों ने सरकार की चिंता बढ़ा दी थी.वही किसानों को दिल्ली में प्रवेश के लिए दिल्ली पुलिस और किसान प्रतिनिधियो के बीच वार्ता भी हुई थी जो बेनतीजा रही थी.जिसके बाद से अटकले तेज हो गई थी की किसानों को संसद मार्च करने दिया जाएग या नहीं.हालंकि बीते बुधवार की शाम को किसानों के दिल्ली जाने का रास्ता साफ़ हो गया था.दिल्ली पुलिस ने किसानों को जंतर मंतर जाने की इजाजत दे दी है.वही आज किसान जंतर-मंतर पर जाकर शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करेंगे.
दिल्ली पुलिस ने बताया कि 200 किसानों का एक समूह पुलिस की सुरक्षा के साथ बसों में सिंघू बॉर्डर से जंतर-मंतर जाएगा. वहां सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक विरोध प्रदर्शन करेंगे. कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे किसान यूनियनों का नेतृत्व कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा को इस बारे में एक शपथपत्र देने के लिए कहा गया है कि सभी कोविड नियमों का पालन किया जाएगा और आंदोलन शांतिपूर्ण होगा.
किसानों को प्रदर्शन के लिए दिल्ली पुलिस ने कोई लिखित इजाजत नहीं दी है. हालांकि दिल्ली सरकार से उन्हें धरना-प्रदर्शन की औपचारिक इजाजत मिली है.इस आदेश के मुताबिक आज से लेकर 9 अगस्त तक सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक 200 प्रदर्शनकारी धरना दे सकते हैं. धरने में शामिल सभी किसानों को कोरोना नियमों का पालन करना होगा.दिल्ली में इस समय आपदा प्रबंधन कानून लागू है, जिसके चलते कहीं भी कोई सामूहिक कार्यक्रम नहीं हो सकते है.लेकिन किसानों के आंदोलन के लिए दिल्ली सरकार ने दिशानिर्देशों में संशोधन किया और इजाजत दी. वही सिंघु बॉर्डर,ग़ाज़ीपुर बॉर्डर को सुरक्षा कारणों से छावनी में तब्दील कर दिया है.