- होम
- राष्ट्रीय+
- वीडियो
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- शिक्षा
- स्वास्थ्य
- आजीविका
- विविध+
- Home
- /
- Top Stories
- /
- 21 child laborers...
21 child laborers rescued from factory in Delhi: दिल्ली में फैक्ट्री से 21 बाल मजदूर छुड़ाए गए, अभियान के दौरान बीबीए की टीम पर हमला
नई दिल्ली। 'बचपन बचाओ आंदोलन' के कार्यकर्ताओं ने पुलिस व अन्य संगठनों के सहयोग से मंगलवार देर रात दिल्ली कैंट की एक फैक्ट्री से 21 बाल मजदूरों को छुड़ाया है। इनमें 13 लड़के और आठ लड़कियां हैं। इनकी उम्र आठ से 17 साल के बीच है। अभियान के दौरान बचपन बचाओ आंदोलन(बीबीए) की टीम पर फैक्ट्री मालिक और उसके आदमियों ने हमला भी किया गया और गाडि़यों के शीशे तोड़ दिए गए। साथ ही जब छुड़ाई गई बच्चियों को जब निर्मल छाया आश्रम ले जाया जा रहा था तो हमलावरों ने उन्हें छीनने का भी प्रयास किया। हालांकि वे नाकाम रहे।
यह कार्रवाई एसडीएम, दिल्ली कैंट (नारायणा) स्थित एक फैक्ट्री में की गई। यहां थैला सिलाई का काम होता था। यह सभी बच्चे बिहार और उत्तर प्रदेश से लाए गए थे। बच्चों का मेडिकल करवाने के बाद उन्हें चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (सीडब्ल्यूसी) के सामने पेश किया गया। जहां से लड़कों को मुक्ति आश्रम और लड़कियो को निर्मल छाया आश्रम भेज दिया गया। इस पूरी कार्रवाई में बीबीए, पुलिस, तहसीलदार, श्रम विभाग, एनजीओ, बाल विकास धारा और चाइल्ड लाइन का सहयोग रहा। पुलिस ने उक्त फैक्टी मालिक की कुल छह फैक्ट्रियों को सील कर दिया है।
बीबीए के निदेशक मनीश शर्मा ने कहा, 'हमारा प्रयास है कि ऐसी फैक्ट्रियों में लगातार छापा मारने की कार्रवाई होती रहनी चाहिए ताकि नाबालिग बच्चों को बालश्रम से आजादी मिल सके। साथ ही अभियान के दौरान हुए हमले को भी हम गंभीरता से ले रहे हैं और जरूरत पड़ी तो कानूनी कार्रवाई पर भी विचार करेंगे।' बीबीए निदेशक ने उम्मीद जताई कि केंद्र सरकार संसद के आने वाले सत्र में जल्द ही एंटी ट्रैफिकिंग बिल पास करवाएगी।'