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- शादी के बाद लड़कियों...
शादी के बाद कपल जिंदगी के उन अनुभवों को लेने जा रहा होता है, जो उसने पहले कभी नहीं जिया था। लड़कियों के लिए ये एक्सपीरियंस और भी ज्यादा चैलेंजिंग होता है क्योंकि वह अपना घर छोड़कर नए परिवार के बीच जा रही होती हैं। जहां उन्हें नए लोग, नई जिम्मेदारी और नई पहचान तक मिलती है। ससुराल और शादीशुदा जिंदगी के अनुभव को लेकर लड़कियां काफी सावधान रहने की कोशिश करती हैं, ताकि उनका बाकी का जीवन शांति और खुशी से बीते।
अक्सर लड़कियां ये भूल जाती हैं कि शादी के बाद ससुराल भी उनका घर ही बन चुका है। ऐसे में वहां से जुड़ी छोटी-छोटी चीजों को मायके में शेयर करना अच्छी बात नहीं है। ये न सिर्फ आपके सास-ससुर बल्कि पति के साथ रिश्ते पर भी असर डाल सकता है। आपको एक सीमा खींचनी होगी कि कितनी बात अपने मायके में बतानी है और कितनी नहीं।
पुरानी लाइफस्टाइल कैरी करना
चाहे आप वर्किंग हों या नहीं, लेकिन शादी के बाद आपको अपनी पुरानी लाइफस्टाइल में बदलाव लाना ही होगा। ऐसा नहीं करने पर क्लैश जरूर आते हैं। उदाहरण के लिए अगर शादी से पहले आप हर दिन शाम को ऑफिस के बाद या घर से घूमने जाती थीं, तो इसे शादी के बाद भी करते रहना आपके पति व सास-ससुर से रिश्ते पर असर डाल सकता है। आपको और आपके साथी को मिलकर एक-दूसरे के साथ यूं ढलना होगा कि इस तरह की किसी भी नेगेटिव सिचुएशन से बचा जा सके।
पर्सनल स्पेस की सीमा न बनाना
एक ओर जहां आपको ढलना होगा, तो दूसरी ओर आपको अपनी पर्सनल स्पेस को लेकर एक सीमा भी खींचनी होगी। इसमें आपको पति से लेकर घर के हर सदस्य को शामिल करना होगा। पर्सनल स्पेस में किसी का बार-बार घुसना पहले-पहले तो आप बर्दाश्त कर लें, लेकिन समय के साथ ये दखल आपको इतना परेशान कर देगा कि किसी भी दिन आप फूट पड़ेंगी। ऐसे में बेहतर है कि पहले ही सीमा खींच ली जाए।
खुद को भूल जाना और निर्भरता
शादी के बाद महिलाएं, जो सबसे बड़ी गलती करती हैं वो खुद को भूल जाना और ज्यादा निर्भर होना है। यकीनन मैरिड लाइफ में ढलने के लिए पर्सनैलिटी में कुछ बदलाव लाने पड़ते हैं, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि आप खुद को पूरी तरह बदल दें। आपकी पसंद-नापसंद, सोच, वो चीजें करना जो खुशी दे, खुद के लिए समय निकालना, अपने लिए चीजें प्लान करना, अपने ऊपर पैसे खर्च करना, हेल्थ पर ध्यान देना, हॉबीज को समय देना जैसी चीजों को जिंदा रखें।
इसी तरह पति पर ज्यादा निर्भर न हों, नहीं तो एक समय पर ये आपकी इतनी बड़ी कमजोरी बन जाएगा कि अगर आप हसबैंड के बिना कहीं गईं, तो समझ ही नहीं आएगा कि क्या करें और क्या नहीं। ये आपके सेल्फ-कॉन्फिडेंस को बुरी तरह से तोड़कर रख देगा।
ये भूल जाना कि पति किसी का बेटा भी है
माना कि जिस लड़के की आपसे शादी हुई है वो आपका पति है और आप भी अपना सबकुछ छोड़कर ससुराल आई हैं, लेकिन ये न भूलें कि वह लड़का किसी का बेटा भी है। वह सबकुछ सिर्फ आपके लिए या आपकी पसंद के हिसाब से करता रहे ये उम्मीद करना ही गलत है। जिन पैरंट्स ने उसे जन्म दिया, उनका भी अपने बेटे से उम्मीदें रखने का पूरा हक है।