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राहुल भट की हत्या के बाद सड़क पर उतरे लोग, पुलिस ने बरसाई लाठियां
केंद्रशासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के कश्मीर में एक बार हिंसक और आतंकी घटनाएं बढ़ने लगी हैं। खासकर कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट और उसके बाद एक कॉस्टेंबल की हत्या के बाद से घाटी में दहशत का माहौल है। कश्मीरी पंडित खौफजदा हैं। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने राहुल भट की पत्नी को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है। साथ ही उनकी बेटी की पढ़ाई का खर्च प्रशासन द्वारा उठाने की बात कही हैं
राहुल भट सहित एक कॉन्सटेबी की हत्या के बाद बडगाम जिले को श्रीनगर से जोड़ने वाली मुख्य सड़क पर दर्जनों कश्मीरी पंडित धरने पर बैठ गए हैं। साथ ही जाम लगा दिया है। जवाब में कश्मीर पुलिस ने कश्मीरी पंडित प्रदर्शनकारियों पर लाठियां बरसाईं हैं। इस पर कश्मीरी पंडितों ने गहरा आक्रोश जताया है।
सड़कों पर उतरे कश्मीरी पंडितों में से एक संजय कौल के हाथ में एक बैनर है जिस पर लिखा है 'जस्टिस फॉर राहुल भट'। राहुल की गुरुवार को आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। वह शेखपोरा प्रवासी क्वार्टर में संजय का पड़ोसी था। संजय ने गुरुवार की सुबह राहुल को अपने घर के बाहर देखा जब वह काम पर निकला था। उन्होंने एक दूसरे को बधाई दी और उनका हालचाल पूछा था।
संजय दुखी मन से कहते हैं मैं राहुल के लिए इंसाफ मांग रहा हूं। मैं उनकी पत्नी को सरकारी नौकरी देने के लिए कह रहा हूं और सरकार को उनके बच्चे की पढ़ाई का खर्च वहन करना चाहिए। यही हमारा जीवन है। संजय का कहना है कि ये हत्याएं पहले की हत्याओं से अलग हैं। ये लक्षित हत्याएं हैं। राहुल की हत्या इसलिए की गई क्योंकि वह एक कश्मीरी पंडित था। साल 2010 से संजय कश्मीर में हैं। उसी साल उन्हें सरकारी शिक्षक के रूप में नियुक्ति मिली थी। उन्होंने कश्मीर के विभिन्न सरकारी स्कूलों में काम किया है। राहुल की नियुक्ति 2012 में हुई थी और वह राजस्व विभाग में तैनात थे।