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करहल विधानसभा सीट से इस्तीफा दे सकते हैं अखिलेश यादव, जानें क्या है इसके पीछे की वजह
विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत हासिल करने के बाद प्रदेश में नई सरकार के गठन की कवायद शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को राज्यपाल आनंदीेबेन पटेल को इस्तीफा सौंप दिया।
करहल से विधानसभा चुनाव सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव जीत गये है लेकिन ऐसा सुनने में आ रहा है कि अब वो वहा से इस्तीफा दे सकते हैं। ऐसे में यहां उपचुनाव कराए जाने की संभावना है। इसके पीछे तर्क दिया जा रहा है कि आजमगढ़ में सर्वाधिक 10 सीटें मिलने से यहां से वह जुड़े रहेंगे। वहीं आजम खां भी अपनी सीट छोड़ सकते हैं। संसद में सपा के पांच सांसद हैं। इसमें मैनपुरी से मुलायम सिंह यादव, आजमगढ़ से अखिलेश यादव, रामपुर से आजम खां, मुरादाबाद से एसटी हसन, संभल से शफीकुर रहमान बर्क सांसद हैं।
सपा को मैनपुरी जिले की चार में दो, संभल की चार में तीन, रामपुर में पांच में तीन, मुरादाबाद की छह में पांच सीटें मिली हैं। जबकि आजमगढ़ जिले की सभी 10 विधानसभा सीटें सपा के खाते में आई हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि सपा अध्यक्ष आजमगढ़ से संसद सदस्य के रूप में जुड़े रहेंगे। अगला चुनाव लोकसभा का है। ऐसे में वह लोकसभा सदस्य के रूप में सदन में अपनी उपस्थिति बनाए रखेंगे। सपा सूत्रों का कहना है कि वह करहल की सीट छोड़ सकते हैं। हालांकि अभी तक इस संबंध में अधिकृत घोषणा नहीं हुई है।
उधर, अखिलेश यादव से शुक्रवार दोपहर सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने मुलाकात की। दोनों के बीच करीब घंटे भर सियासी चर्चा हुई। माना जा रहा है कि गठबंधन के बाद भी सीटें हारने के करणों पर चर्चा हुई है।