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शारदा यूनिवर्सिटी के एग्जाम में पूछे गए हिंदू विरोधी सवाल, पेपर बनाने वाली फैकल्टी सस्पेंड

Sakshi
7 May 2022 11:18 AM GMT
शारदा यूनिवर्सिटी के एग्जाम में पूछे गए हिंदू विरोधी सवाल, पेपर बनाने वाली फैकल्टी सस्पेंड
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हिंदुत्व विरोधी सवाल पूछना फैकल्टी में लिए महंगा साबित हुआ।

शारदा यूनिवर्सिटी के बीए राजनीति विज्ञान के इंटरनल एग्जाम में तथा​कथित रूप से हिंदुत्व विरोधी सवाल पूछना फैकल्टी में लिए महंगा साबित हुआ। पेपर सोशल मीडिया पर वायरल होते ही इसके लेकर बहस शुरू हो गई। सोशल मीडिया पर लोग शारदा यूनिवर्सिटी को हिंदू विरोधी होने का आरोप लगा रहे हैं। इस घटना से सकते में आये यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने पेपर बनाने वाली फैकल्टी को सस्पेंड कर दिया है।

मामला सामने आने के बाद भारतीय जनता पार्टी ( BJP ) के नेता विकास प्रीतम सिन्हा भी इस बहस में कूद पड़ें। उन्होंने बीए पॉलिटिकल साइंस के क्वेश्चन पेपर में पूछे गए एक सवाल पर सख्त नाराजगी जाहिर की है। भाजपा नेता ने अपने ट्विट कर लिखा है कि यूनिवर्सिटी का नाम 'शारदा' पर कृत्य देखिए कि परीक्षा में छात्रों को 'हिन्दुत्व' को अनिवार्य रूप से फासी और नाजीवाद के समकक्ष सिद्ध करने के लिए कहा जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया है कि यह प्रश्नपत्र कथित रूप से किसी मुस्लिम शिक्षक द्वारा बनाया गया है।

शारदा यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने इस मामले को तूल पकड़ता देख तत्काल प्रभाव से 3 सदस्यीय जांच कमेटी बनाई और पेपर बनाने वाली कमेटी को सस्पेंड कर दिया है। शारदा विश्वविद्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि विश्वविद्यालय को खेद है कि ऐसी घटना हुई है जिसमें सामाजिक कलह को भड़काने की क्षमता हो सकती है। विश्वविद्यालय हर उस विचारधारा के खिलाफ है जो हमारी राष्ट्रीय पहचान और संस्कृति को बिगाड़े। एक उच्च शिक्षा संस्थान के रूप में हम सभ्यता के पुनरुद्धार के बड़े मिशन के लिए प्रतिबद्ध हैं। शारदा यूनिवर्सिटी भारतीय धर्म, परंपरा, इतिहास और संस्कृति का सबसे अच्छा उत्सव मनाता है जिसने न केवल भारत के विचार को बल्कि दुनियाभर में मानव ज्ञान के सभी पहलुओं को आकार दिया है।

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