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80-20 की राजनीति और चुनाव परिणाम पर असदुद्दीन ओवैसी का बयान सामने आया

80-20 की राजनीति और चुनाव परिणाम पर असदुद्दीन ओवैसी का बयान सामने आया
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उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के नतीजों के बाद विकासवाद की राजनीति के प्रतीक बनकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जरूर उभरे हैं। विधानसभा चुनाव में पहली बार मैदान में उतरे सीएम योगी ने गोरखपुर शहर सीट से न सिर्फ बड़ी जीत दर्ज की बल्कि 37 वर्ष बाद यूपी में पूर्ण बहुमत की सरकार की लगातार वापसी का इतिहास रच डाला।

वही यूपी विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की बंपर जीत पर अब ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी का बयान सामने आया है। असदुद्दीन ओवैसी ने यूपी के चुनावी नतीजें को लेकर कहा कि यहां पर 80-20 की राजनीति सफल हो गई है।

ओवैसी ने कहा 'राजनीतिक दल नाकामी छुपाने के लिए ईवीएम की चीख पुकार कर रहे हैं। मैं 2019 से कहता आ रहा हूं कि EVM की गलती नहीं है बल्कि लोगों के दिमाग में चिप डाल दी गई है यह उसकी गलती है। कामयाबी हुई है लेकिन यह कामयाबी 80-20 की कामयाबी है।'

ओवैसी ने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश में अल्पसंख्यकों को वोट बैंक के रूप में ही इस्तेमाल किया गया है। लखीमपुर खीरी में भी बीजेपी जीती, इसलिए मैं कह रहा हूं कि यह 80-20 की जीत है। यह 80-20 स्थिति सालों तक रहेगी। लोगों को यह समझने की जरूरत है कि... हमारे हौसले अभी भी बुलंद हैं।

वहीं, यूपी में खुद की पार्टी के प्रदर्शन पर ओवैसी ने कहा कि यूपी की जनता ने बीजेपी को सत्ता देने का फैसला कर लिया है। मैं जनता के फैसले का सम्मान करता हूं। मैं एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्षों, कार्यकर्ताओं, सदस्यों और जनता को धन्यवाद देता हूं जिन्होंने हमें वोट दिया। हमारे प्रयास काफी थे, लेकिन परिणाम हमारी उम्मीदों के अनुरूप नहीं आए। हम फिर से कड़ी मेहनत करेंगे।

यूपी विधानसभा चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी को जनता ने बुरी तरह नकार दिया है। अभी तक के परिणामों में AIMIM के अधिकतर उम्मीदवार पांच हजार मतों के आंकड़े को भी पार नहीं कर पाए हैं। यूपी चुनाव में एआईएमआईएम ने 100 के करीब उम्मीदवार मैदान में उतारे थे। पार्टी ने दावा किया था कि उसके 25-30 उम्दीवार जीत हासिल कर सकते हैं। लेकिन दावे खोखले निकले और पार्टी की बुरी तरह जमानत जब्त हो गई और खाता तक नहीं खुला।

ओवैसी ने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश में अल्पसंख्यकों को वोट बैंक के रूप में ही इस्तेमाल किया गया है। लखीमपुर खीरी में भी बीजेपी जीती, इसलिए मैं कह रहा हूं कि यह 80-20 की जीत है। यह 80-20 स्थिति सालों तक रहेगी। लोगों को यह समझने की जरूरत है कि... हमारे हौसले अभी भी बुलंद हैं।

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