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आजम खान को सुप्रीम कोर्ट से मिली अंतरिम जमानत, अखिलेश यादव की बढ़ेगी टेंशन, समझें क्यों
समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के विधायक आजम खान (Azam Khan) की जमानत को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है. गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने फैसला सुनाते हुए आजम खान को अंतरिम जमानत दे दी है. आजम खान को 89वें मामले में अंतरिम जमानत मिली है. इससे पहले 88 मामले में उनको जमानत मिल चुकी है।
माना जा रहा है कि शनिवार तक आजम खान जेल से बाहर आ सकते हैं। समाजवादी पार्टी (सपा) के दिग्गज नेता को जमानत मिलते ही यूपी की सिसायत तेज हो गई है। माना जा रहा है कि रामपुर के विधायक के लिए सीतापुर जेल का दरवाजा खुलते ही सूबे की राजनीति में नए मोड़ आ सकते हैं।
10 बार के विधायक और लोकसभा-राज्यसभा के सांसद रह चुके आजम खान ऐसे समय पर जेल से बाहर आ रहे हैं, जब उनके करीबी पार्टी और खासकर अध्यक्ष अखिलेश यादव के खिलाफ मोर्चा खोल चुके हैं। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि आजम के बाहर आते ही कुछ दिलचस्प राजनीतिक घटनाक्रम दिख सकते हैं। अटकलें है कि सपा के दूसरे बागी शिवपाल यादव के साथ मिलकर आजम खान नया मोर्चा बना सकते हैं।
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि आजम खान की बगावत से अखिलेश यादव की परेशानी बढ़ सकती है। हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में सर्वाधिक मुस्लिम वोट पाने वाली सपा को इन्हें जोड़े रखने में चुनौती का सामना करना पड़ेगा।
गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खान के खिलाफ एक के बाद एक दर्ज कई मामलों में सुप्रीम कोर्ट में आजम खान ने जमानत के लिए अर्जी दाखिल की थी. यूपी सरकार उन्हें आदतन अपराधी बताकर लगातार जमानत का विरोध कर रही है, वहीं आजम के वकील कपिल सिब्बल ने सुप्रीम कोर्ट के सामने कई दलीलें देकर उन्हें जमानत देने की मांग की थी. इसी पर सुप्रीम कोर्ट ने जमानत पर फैसला सुरक्षित रख लिया था.
इससे पहले आज़म खान के वकील कपिल सिब्बल ने कहा था कि आज़म खान दो साल से जेल में हैं, उन्हें अब जमानत दे दी जानी चाहिए. गौरतलब है कि 80 से अधिक मामलों में आजम खान पिछले 26 महीने से सीतापुर जेल में बंद हैं. वह एक केस में जमानत लेते तो दूसरा केस दायर हो जाता. इसके बाद आजम ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था।