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बागपत:बदमाशों के खौफ से दलित परिवार ने किया पलायन
बागपत:उत्तर प्रदेश के बागपत में बदमाशों के खौफ से एक दलित परिवार को पलायन करना पड़ा.जहा एक तरफ सीएम योगी कहते है यूपी में कानून-व्यवस्था चुस्त है.वही हाल ही में सीएम योगी ने बागपत का दौरा कर शातिर बदमाशों पर लगाम लगाने की हिदायत दी थी,लेकिन एक सप्ताह बाद ही रमाला थाना क्षेत्र के जिवाना गांव के रणबीर हत्याकांड में जिला कारागार में बंद हिस्ट्रीशीटर ने एक परिवार को धमकी दी है.हिस्ट्रीशीटर की धमकी के बाद दलित परिवार ने गांव से पलायन कर लिया है.परिवार के सभी सदस्य अब हरियाणा के पानीपत चले गए हैं.पीड़ित परिवार के सदस्यों का आरोप है कि सुरक्षा न मिलने और अपनी जान बचाने के लिए गांव छोड़ने का फैसला लिया है.
आपको बता दे कि ये मामला 10 जून का है जब जिवाना गांव में राजकुमार और उसके बेटे विशु ने गांव के ही हिस्ट्रीशीटर मयंक के साथ मिलकर दलित किसान राजकुमार की गोली मारकर हत्या कर दी थी. राजकुमार और रणबीर के बीच खेत में मेढ़ की खरपतवार को लेकर विवाद चल रहा था. रणबीर के भाई राहुल ने आरोपी राजकुमार, उसके बेटे विशु व हिस्ट्रीशीटर मयंक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था. पुलिस ने राजकुमार और बेटे विशु को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था जबकि हिस्ट्रीशीटर मयंक पुलिस मुठभेड़ में घायल हो गया था, जिसके बाद पुलिस ने उसे भी जेल भेज दिया था.
हिस्ट्रीशीटर मयंक ने रणबीर के परिवार के पास समझौता करने के लिए कई बदमाशों को भेजा.दलित परिवार को समझौता ना करने पर जान से मारने की धमकी भी दी गई. मयंक जेल के अंदर ही परिवार पर दबाव बना रहा था. इसकी शिकायत कई बार पीड़ित परिवार ने पुलिस अधिकारी व थाना पुलिस को की, लेकिन सुनवाई नहीं हुई.
एक पखवाड़ा पहले उनके घर के पास बदमाशों ने रात के समय फायरिंग कर दी थी, जिसके बाद वह दहशत में आ गए थे. डर के कारण उन्होंने गांव छोड़ने का निर्णय लिया. रणबीर की मां इलमो, भाई राहुल, अरूण, पुरषोत्तम, रणबीर की पत्नी कुंतलेश और उसके तीन छोटे बेटे घर का सामान टेंपो में भरकर पानीपत चले गए हैं.घर पर अब ताला लटका हुआ है.