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भाजपा को बहुत बड़ा झटका, स्वर्गीय उपेंद्र दत्त शुक्ला जी का परिवार सपा में हुआ शामिल
पूर्वाचल में भाजपा को बहुत बड़ा झटका तब लगा जब ब्राह्मणोंं के बड़े नेता और BJP प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व प्रत्याशी लोकसभा उपचुनाव गोरखपुर, स्वर्गीय उपेंद्र दत्त शुक्ला जी का परिवार सपा में हुआ शामिल हो गया। ब्राह्मणोंं की अनदेखी का आरोप भाजपा के शीर्ष नेतृत्व और योगी आदित्यनाथ पर लगता रहा है। यहां तक की जब 2020 मई उपेंद्र दत्त शुक्ल की मृत्यु हुई तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने परिवार का हालचाल तक ना लिया जिससे ब्राह्मण समाज में अंदर खाने रोष व्याप्त रहा, लगातार दो वर्षो से उपेन्द्र दत्त शुक्ल परिवार की अंदेखी कि जा रही है जिससे व्यथित होकर दत्त का परिवार सपा ज्वाइन कर लिया।
बतादें कि गोरखपुर शहर सीट पर समाजवादी पार्टी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ बड़ा दांव खेला है. समाजवादी पार्टी सीएम योगी आदित्यनाथ के खिलाफ बीजेपी के कद्दावर नेता रहे 2018 में गोरखपुर लोकसभा उपचुनाव लड़ने वाले स्वर्गीय उपेंद्र दत्त शुक्ला की पत्नी सुभावती शुक्ला को चुनाव लड़ाएगी।
भाजपा संगठन के कद्दावर नेताओं में गिने जाने वाले उपेंद्र दत्त शुक्ला गोरखपुर, बस्ती और आजमगढ़ मंडल में पार्टी का ब्राह्मण चेहरा थे। पार्टी में लंबे समय तक संगठन की सेवा करने वाले उपेंद्र दत्त शुक्ला विभिन्न पदों पर भी रहे। कौड़ीराम विधानसभा सीट से भाजपा ने उन्हें प्रत्याशी बनाया था, लेकिन वह चुनाव हार गए।
योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद गोरखपुर सदर लोकसभा सीट पर 2018 में हुए उपचुनाव में भाजपा ने उन्हें एक बार फिर प्रत्याशी बनाया, लेकिन इस बार भी उपेंद्र शुक्ला सपा प्रत्याशी प्रवीण निषाद से पराजित हो गए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की परंपरागत सीट से भाजपा की हार के बाद उपेंद्र शुक्ला सक्रिय राजनीति से दूर होते गए। इस बीच डेढ़ साल पहले उपेंद्र शुक्ला की ब्रेन हैमरेज से मौत हो गई थी।
बता दें कि उत्तर प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों के लिए सात चरणों में मतदान 10 फरवरी से शुरू होगा. यूपी में सात चरणों में 10, 14, 20, 23, 27 और 3 और 7 मार्च को वोट डाले जाएंगे. जबकि वोटों की गिनती 10 मार्च को होगी. चुनाव आयोग ने कोरोना के मद्देनज़र यूपी, पंजाब, गोवा, मणिपुर और उत्तराखंड में विधानसभा चुनावों के लिए 15 जनवरी तक किसी भी राजनीतिक रैलियों और रोड शो की अनुमति नहीं दी है.