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लता मंगेशकर की अंतिम यात्रा के दौरान हुई थी बड़ी गलती, बाद में कर दिया गया सुधार, क्या आपने दिया ध्यान?
देश की स्वर कोकिला लता मंगेशकर हमारे बीच नहीं रहीं। 92 साल की उम्र में उन्होंने ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में आखिरी सांस ली। लता मंगेशकर का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आने के बाद उन्हें मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था।
फूलों से सजे ट्रक में लता मंगेशकर का पार्थिव शरीर मुंबई के शिवाजी पार्क में लाया गया, जहां उन्हें मुखागिनी दी गई. हालांकि, उनकी अंतिम यात्रा में पूरी भव्यता देखने को मिली. लेकिन इसी दौरान एक ऐसी बड़ी गलती नजर आई, जिस पर कई लोगों का ध्यान गया होगा. दरअसल, ये गलती थी उनके पोस्टर में उनके नाम के आगे लिखे 'श्रीमति' की.
घंटों बाद किया गया ठीक
लता मंगेशकर की अंतिम यात्रा में हजारों की भीड़ जमा थी और लाखों-करोड़ों लोग इसे टीवी पर लाइव देख रहे थे. लेकिन किसी ने भी इस ओर ध्यान नहीं दिया कि लता मंगेशकर के नाम के आगे श्रीमति लिख दिया गया है. अब कई घंटों बाद जब किसी की नजर इस पर पड़ी तो, 'श्रीमति' हटाकर उसकी जगह 'भारतरत्न' लिखा गया।
हिन्दू संस्कृति के मुताबिक, सिर्फ शादी-शुदा महिलाओं के नाम के आगे ही श्रीमति लिखा जा सकता है. जबकि इस बात से तो हर शख्स बखूबी वाकिफ हैं कि लता मंगेशकर ने ताउम्र शादी ही नहीं की थी. उन्होंने अपना पूरा जीवन अपने संगीत को समर्पित कर दिया था. अब उनकी अंतिम यात्रा पर इस तरह की गलतियां उनके चाहने वालों को काफी ठेस पहुंचा सकती है।