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सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी भाजपा सांसद संघमित्रा मौर्य ने उठ रहे सवालों पर दिया जवाब
उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी से बगावत कर इस्तीफा देने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य ने कुछ पूर्व मंत्रियों के संग शुक्रवार को समाजवादी पार्टी का हाथ थाम लिया है। इस मौके पर मौर्य ने बीजेपी के खिलाफ जमकर बयानबाजी की। वहीं, स्वामी प्रसाद मौर्य के समाजवादी पार्टी में शामिल होने और भाजपा के खिलाफ बयानबाजी करने के बाद बेटी संघमित्रा मौर्य पर भी लोग सवाल उठा रहे हैं। इस सब के बीच बदायूं से भाजपा सांसद संघमित्रा मौर्य वह अपने पिता के अलग रास्ते पर चले जाने के बावजूद भाजपा में ही बनी रहेंगी।
बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने 11 जनवरी को उत्तर प्रदेश कैबिनेट छोड़ दिया और शुक्रवार को औपचारिक रूप से समाजवादी पार्टी (सपा) में शामिल हो गए।
शुक्रवार सुबह उन्होंने शायराना अंदाज में पोस्ट किया है। लिखा है, मैं कुछ मांगू ओर पूरा न हो, ऐसे तो हालात नहीं, मैं पुकारूं और पापा न सुनें, इतने भी हम दूर नहीं। पिता और बेटी का रिश्ता दुनिया का सबसे मजबूत रिश्ता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के मुझे बेटी के रूप में मेरे पिता से मांगे गए वचन से बंधी हुई हूं। उन्होंने लिखा है कि इंटरनेट मीडिया पर जब अशोभनीय शब्द पढ़ती हूं तब ऐसा नहीं है कि जवाब नहीं दे सकती, ऐसा भी नहीं कि फैसला नहीं ले सकती, लेकिन तभी प्रधानमंत्री जी के बोले गए शब्द कि मौर्य जी, ये बेटी अब हमारी बेटी है, ये बेटी हमने ले ली है गूंज जाते हैं।
उन्होंने लिखा है कि सांसद बनने से पहले सामाजिक कार्यों में व्यस्त रहती थीं, सांसद बनने के बाद अपनी जिम्मेदारियों का संसद में निर्वहन कर रही हैं और आगे भी करती रहेंगी। जनता के हक के लिए लड़ने में कभी पीछे नहीं रहेंगी। उन्होंने यह भी लिखा है कि मेरे पिता मेरे अभिमान हैं, मेरे हीरो हैं। पार्टी अलग हो सकती है, लेकिन पिता-पुत्री नहीं। उत्तर प्रदेश में जो स्थिति है वह बड़बोलेपन की है जहां एक तरफ मोदी जी भाजपा का बड़ा परिवार करने की बात करते हैं और काम करते हैं, वहीं निचले स्तर के लोग छोटी सोच का परिचय देकर किसी को हजम नहीं करना चाहते। जय भाजपा, तय भाजपा लिखकर अपने पिता के साथ फोटो भी शेयर किया है।