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बॉयलर ब्लास्ट की बड़ी वजह आई सामने, उद्योग मंत्री सहित कई नेताओं ने किया दौरा
छह महीने से बॉयलर में चल रही थी गड़बड़ी
मुजफ्फरपुर।मुजफ्फरपुर जिले में फैक्ट्री के बॉयलर ब्लास्ट के पीछे एक बड़ी वजह सामने आई है। दरअसल, 6 महीने से बॉयलर में गड़बड़ी चल रही थी। वहीं शिकायत मिलने के बावजूद भी मैनेजमेंट ने बॉयलर को ठीक नहीं करवाया।
छपरा के मृतक संदीप कुमार के चचेरे भाई पिंटू ने बताया कि पिछले 6 महीने से बॉयलर में लीकेज था। इसकी शिकायत वर्करों ने मैनेजर उदय शंकर सहित और अन्य प्रबंधन से की थी। लेकिन, इस पर कई संज्ञान नहीं लिया गया। ऐसे ही बॉयलर से काम करवाया जाता रहा, जिसकी वजह से रविवार को बॉयलर में ब्लास्ट हो गया और 7 लोगों की जान चली गई। घटना के बाद प्रबंधन से संबंधित लोग फरार हैं। वहीं पिंटू ने बताया कि संदीप काम नहीं करना चाहता था। क्योंकि उसकी ड्यूटी बॉयलर पर ही थी। वह नहीं जाता तो मशीन नहीं चलती। उसे जबरदस्ती फोन कर काम पर बुलाया गया था, जिसके बाद यह हादसा हो गया।
बता दें कि पिंटू जब वहां पहुंचा तो अंदर कई लाशें पड़ी थी। फैक्ट्री प्रबंधन से जुड़े कुछ लोग आनन फानन में सबको निकालकर गाड़ी में अस्पताल भेज रहे थे। वह भी एसकेएमसीएच पहुंच गया। वहां पर एक शव के पैर को देखकर उसने संदीप की पहचान की। संदीप शादीशुदा था और उसके 3 बच्चे भी हैं।
इधर लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने मुजफ्फरपुर बॉयलर विस्फोट में कई लोगों की मौत पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है।
मुजफ्फरपुर में रविवार सुबह नूडल्स फैक्टरी में बॉयलर फटने से सात लोगों की मौत हो गई और सात अन्य घायल हो गए। इस घटना में फैक्टरी की इमारत ढह गई और आसपास के कई भवनों को भी नुकसान पहुंचा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मृतकों के परिवार को चार लाख रुपए की अनुग्रह राशि देने और विस्फोट के कारणों की जांच करने और जवाबदेही तय करने के लिए एक टीम गठित किए जाने की घोषणा की।
इधर उद्योग मंत्री शहनबाज हुसैन ने नूडल्स फैक्ट्री का निरीक्षण करने बाद कहा कि मुजफ्फरपुर के नूडल्स फैक्ट्री ब्लास्ट कांड की उच्चस्तरीय जांच की जाएगी। इसमे जो भी दोषी होंगे उसे बक्शा नहीं जाएगा। इसके लिए उद्योग और श्रम विभाग की टीम जाँच करेगी। कहाँ क्या कमी थी और किस स्तर पर लापरवाही हुई है। इसका पता किया जाएगा।
अंदर जाकर उन्होंने फैक्ट्री के हालात देखे। अंदर का दृश्य देखकर दंग रह गए। कुछ देर तक रुकने का बाद वे बाहर निकले। मीडिया से बात करने के दौरान उन्होंने कहा कि इस हादसे ने अबको झकझोर कर रख दिया है। हम तो मुजफ्फरपुर में उद्योग लगाना चाह रहे हैं। जिससे नए-नए रोजगार के अवसर पैदा होंगे। इसके लिए दो दिन पूर्व भी वे आये थे। बेला औधोगिक क्षेत्र में नाला और सड़क निर्माण के लिए एक करोड़ रुपए से अधिक की राशि देने की घोषण भी की थी।
उन्होंने कहा कि फैक्ट्री काफी पुराना है। इससे पूर्व कभी इस तरह का हादसा नहीं हुआ था। बॉयलर अधिक हिट होने के कारण फटा या क्या हुआ था। इसकी जांच करवाई जाएगी। इधर, भूमि सुधार एवम राजस्व मंत्री रामसूरत राय ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया। इसके बाद एसकेएमसीएच घायलों से मुलाकात की। उन्होंने भी मामले की उच्च स्तरीय जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है।