- होम
- राष्ट्रीय+
- वीडियो
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- Shopping
- शिक्षा
- स्वास्थ्य
- आजीविका
- विविध+
- Home
- /
- Top Stories
- /
- Canada-India: ‘PM मोदी...
Canada-India: ‘PM मोदी और जयशंकर को लेकर हमारे पास कोई सबूत नहीं’, ठिकाने आई ट्रूडो सरकार की अक्ल
पहले जानें आखिर क्या है पूरा मामला
बता दें, जून 2023 में कनाडा में एक चरमपंथी नेता की हत्या हो गई थी. वह भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल था. इस हत्या का इल्जाम कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारत की एजेंसियों पर लगाया. हालांकि, भारत ने कनाडा द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को नकार दिया. भारत ने कहा था कि कनाडा अपने देश में चरमपंथी गतिविधियों पर रोक नहीं लगा पा रहा है. कनाडा के इन्हीं सब आरोपों के कारण भारत और कनाडा के द्विपक्षीय रिश्ते खराब हो गए.
मीडिया रिपोर्ट में भारत पर खुले आम लगाए गए आरोप
मामले में हाल ही में कनाडा की एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया कि कनाडा के पास भारत के अधिकारियों के अपराध में शामिल होने वाले सबूत है. कनाडाई अखबार ने बिना किसी सबूत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई बड़े लोगों पर बिना सबूत के धड़ल्ले से आरोप लगाए.
भारत की फटकार से ठिकाने आया कनाडा
रिपोर्ट के पब्लिश होते ही भारत ने कनाडा को जोरदार फटकार लगाई. इसके बाद कनाडा के होश ठिकाने आए. कनाडा की ट्रूडो सरकार ने सफाई देते हुए कहा कि उनके पास ऐसा कोई सबूत नहीं है, जो भारत के अधिकारियों को सीधा दोषी सिद्ध करते हों.
भारत-कनाडा संबंधों पर प्रभाव
प्रधानमंत्री ट्रूडो के उल्टे-सीधे बयान के कारण भारत और कनाडा के रिश्तों में तनाव आ गया है. इस वजह से भारत ने कनाडा के साथ व्यापार वार्ता को रद्द कर दिया है. राजनयिक गतिविधियों में भी कटौती की गई है. दोनों देशों के बीच जारी व्यापारिक समझौतों पर इससे खासा असर पड़ा है.