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ओपी राजभर और दोनों बेटों पर ही केस दर्ज, देर रात थानों पर डटे रहे कार्यकर्ता, जानें क्या है मामला?

ओपी राजभर और दोनों बेटों पर ही केस दर्ज, देर रात थानों पर डटे रहे कार्यकर्ता, जानें क्या है मामला?
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करीमुद्दीनपुर थाना क्षेत्र के पहदरिया गांव में जहूराबाद विधायक के साथ हुए कहासुनी के मामले में दूसरे पक्ष ने भी मंगलवार की देर शाम थाने में तहरीर देकर विधायक ओमप्रकाश उनके बेटे अरुण और अरविंद राजभर के साथ ही सपा प्रत्याशी मदन चौहान को नामजद करते हुए 17 लोगों पर केस दर्ज किया है।

मानसपुर गांव निवासी विश्वकर्मा सिंह ने पुलिस को दी गई तहरीर में बताया कि दोपहर में भतीजा बृजेश सिंह और विवेक सिंह बाइक से चितबड़ागांव बाजार जा रहे थे। रास्ते में विधायक के वाहनों का काफिला खड़ा था। रामाशीष राजभर के दरवाजे पर बैठकर विधायक चारागाह की जमीन पर कब्जा करने की योजना बना रहे थे। इधर, वाहनों के खड़ा होने से मार्ग अवरुद्ध था। दोनों युवकों ने वहां मौजूद लोगों से वाहन हटाने के लिए कहा। इतना सुनते ही सुभासपा समर्थक उतावले होकर गाली-गलौज करने लगे। तब-तक जहूराबाद विधायक वहां पहुंचे और कायर्कर्ताओं से दोनों युवकों को मारने-पीटने के लिए कहा। देखते ही देखते करीब 50 से अधिक कार्यकर्ता वहां पहुंचे और दोनों युवकों को मारने-पीटने लगे। दोनों युवकों के शोर मचाने पर गांव के ग्रामीण घटना स्थल के तरफ दौड़ पड़े और बीच-बचाव करने लगे। इसी दौरान एक कार्यकर्ता ने तमंचा लेकर जान से मारने की नियत से फायर झोंका, लेकिन संयोग से गोली मिस कर गई। इसके बाद बीच-बचाव करके सभी लोग घर आ गए।

मंगलवार को ओमप्रकाश राजभर ने गौसलपुर गांव में कुछ युवकों पर हमला करने का आरोप लगाया था। विवाद तब हुआ जब कार्यकर्ता के घर शोक संवेदना जताने पहुंचे ओपी राजभर को देखकर 15-20 युवक लाठी डंडा लेकर पहुंच गए और मारपीट का प्रयास किया। हालांकि ओपी राजभर को कार्यकर्ता और सुरक्षाकर्मी अपने घेरे में लेकर गांव के बाहर निकाल लाए थे। ओपी राजभर ने एसपी, एडीजी, यूपी पुलिस कंट्रोल रूम समेत सभी को घटना की सूचना दी। इसके साथ सोशल मीडिया पर वीडियो जारी करके भाजपा सरकार पर कई आरोप लगाए। इसके बाद 16 लोगों पर केस दर्ज कराने के साथ ही गिरफ्तारी के लिए धरने पर बैठ गए थे।

राजभर को कार्रवाई के लिए 24 घंटे का आश्वासन मिला। लेकिन इससे पहले दूसरी ओर से आई तहरीर पर उन पर ही केस दर्ज हो गया है। करीमुद्दीनपुर पुलिस ने विश्वकर्मा सिंह की तहरीर पर 16 नामजद और एक अज्ञात पर 323, 504, 506, 147, 67 आईटी एक्ट का केस दर्जकिया गया है। मुकदमे में ओपी राजभर के दोनों बेटों अरविंद और अरुण राजभर पर सोशल मीडिया में भ्रामक सूचनाएं प्रसारित करने का भी आरोप लगाया गया है।

आरोप लगाया कि इधर विधायक पुत्र अरुण राजभर और अरविंद राजभर ने सोशल मीडिया पर फर्जी अफवाह फैलाकर अपने समर्थकों को भारी संख्या में एकत्र कर लिया जिससे गांव एवं क्षेत्र का माहौल तनावपूर्ण हो गया। उसने गुहार लगाया कि कभी भी इनके द्वारा परिवार पर हमला किया जा सकता है। जान-माल की सुरक्षा करते हुए ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। इधर, सुभासपा के कार्यकर्ता की तहरीर पर पुलिस ने 25 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस दो आरोपियों को गिरफ्तार कर छानबीन में जुटी हुई है। एसपी ग्रामीण आरडी चौरसिया ने बताया कि पहदरिया गांव में विधायक की गाड़ी सड़क पर खड़ी थी। बाइक से गांव के दो युवक जा रहे थे। मार्ग अवरुद्ध होने पर युवकों ने विरोध किया। दोनों पक्षों की ओर से तहरीर मिली है। इसके आधार पर पुलिस छानबीन करने के साथ कार्रवाई में जुटी हुई है।

देर रात थानों पर डटे रहे कार्यकर्ता

गाजीपुर। करीमुद्दीनपुर थाने पर देर रात तक सुभासपा के कार्यकर्ता और भाजपा के कार्यकर्ता कार्रवाई को लेकर डटे रहे। पुलिस भी कार्यकर्ताओं की बढ़ती भीड़ को देख सकते में रही। इधर मामला बढ़ता देख मुहम्मदाबाद सीओ रविंद्र वर्मा जल्द से जल्द कार्रवाई के साथ आरोपियों को गिरफ्तार करने का आश्वासन देकर मामला शांत कराया।

अभिषेक श्रीवास्तव

अभिषेक श्रीवास्तव

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