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मऊ में मुख्तार अंसारी के खिलाफ गरजे CM योगी आदित्यनाथ

मऊ में मुख्तार अंसारी के खिलाफ गरजे CM योगी आदित्यनाथ
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मुख्तार के चुनाव नहीं लड़ने पर तंज कसते हुए सीएम योगी ने कहा, ''माफिया की अवैध कब्जे पर जब बुलडोजर चलता है, तो मऊ तमाशा देखकर ताली पीटता है।

यूपी विधानसभा का पांच चरण का चुनाव हो चुका है शेष दो चरण के मतदान तीन और सात मार्च को है ऐसे में हर पार्टी जोरशोर से ताबड़तोड़ रैली जनसभा कर रही है ऐसे में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को मऊ में रैली करते हुए जेल में बंद मुख्तार अंसारी के बहाने समाजवादी पार्टी को जमकर निशाने पर लिया। सीएम योगी ने मुख्तार का नाम लिए बिना इशारों में कहा कि एक माफिया खुली जीप पर असलहा लहराते हुए भय पैदा करता था और यादवों-राजभरों को पीटता था। उन्होंने कहा कि उस समय की सपा सरकार उस माफिया के सामने कीड़े की तरह रेंगती थी, लेकिन आज वह माफिया कीड़े की तरह रेंग रहा है।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, ''यह वही मऊ है जहां कुछ साल पहले रामलीला के दौरान दंगा हुआ था। उस दंगे में मरने वाले लोग कौन थे? यादव, खटीक, वर्मा, निर्दोष हिंदू थे। एक माफिया कैसे खुली जीप पर असलहा लहराते हुए पूरे शहर के अंदर भय और दहशत का माहौल पैदा कर रहा था। सपा की सरकार थी, कीड़े की तरह रेंगते हुए मौन थी माफिया के सामने। मैंने विरोध के लिए गोरखपुर से प्रस्थान किया था। तब भी मैंने कहा था कि सपा की सरकार माफिया के सामने घुटने टेक चुकी है। आज सपा को हमारे बुलडोजर से परेशानी है।''

सीएम योगी ने आगे कहा, ''हमारी सरकार का बुलडोजर बोलता है। बड़े-बड़े माफियाओं की बोलती बंद करता है। जो माफिया वर्षों पहले खुली जीप पर तमंचा लहराते हुए भय का माहौल पैदा करते हुए व्यापारिक प्रतिष्ठानों, यहां के यादवों, खटीकों को, अनुसूचिति जाति के लोगों को, राजभरों को मार रहे थे, उनके घरों को जला रहे थे। आज आप उस माफिया को देखते होंगे कि कैसे वह कीड़े की तरह रेंग रहा है।''

मुख्तार के चुनाव नहीं लड़ने पर तंज कसते हुए सीएम योगी ने कहा, ''माफिया की अवैध कब्जे पर जब बुलडोजर चलता है, तो मऊ तमाशा देखकर ताली पीटता है। सुरक्षा की गारंटी क्या मऊ के लोगों को नहीं मिलनी चाहिए? इस सरकार का भय है कि आज माफिया चुनाव लड़ने की हिम्मत नहीं कर पा रहे हैं। बैकडोर से परिवार की एंट्री करवा रहे हैं। लेकिन घबराइए मत सरकार का बुलडोजर रुकने वाला नहीं है। जो लोग इस गलतफहमी के शिकार हैं कि चुनाव के दौरान धमकी देकर लोगों को धमकाएंगे, वह बात बहुत पुरानी हो चुकी है। अब मऊ का कोई नागरिक धमकी के दबाव में नहीं आता है, बल्कि धमकीबाजों को सही सबक सिखाता है।''

अभिषेक श्रीवास्तव

अभिषेक श्रीवास्तव

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