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- गांव के विकास को दीमक...
गांव के विकास को दीमक की तरह चाट रहे हैं भ्रष्ट ग्राम पंचायत अधिकारी
कौशांबी के नेवादा विकासखंड के ग्राम पंचायत अधिकारी गांव के विकास को दीमक की तरह चाटने में लगे हुए हैं। जिसका जीता जाता उदाहरण विकास खण्ड नेवादा के बरौलहा गांव में देखा जा सकता है जहां पर ग्राम के विकास में लगने वाले सरकारी धन को इन जिम्मेदार भ्रष्ट अधिकारियों द्वारा फर्जी बिल बाउचर के माध्यम से अपने ऐसो आराम लिया जा रहा.
गौशाला में पशुओं की पानी की सुविधा के लिए शासन ने पशुओं को पानी पीने के लिए जगनेटर की मंजूरी दे रखी थी जिस को पूरा करने के लिए यहां के भ्रष्ट ग्राम सचिव नेने जगलेटर के नाम पर ₹ 70 450 का भुगतान किया गया लेकिन इस गौशाला में कोई भी जगलेटर कभी देखने को नहीं मिला.
इस संबंध में तमाम ग्रामीणों का कहना है कि हम लोगों ने यहां पर किसी भी प्रकार का जगनेटर इंजन आज तक नहीं देखा है लोगों ने बताया कि कुछ दिन पहले ग्राम प्रधान द्वारा एक पुराना जगनेटर लाया गया था लेकिन वह कभी चला ही नहीं.
जब इस संबंध में ग्राम पंचायत अधिकारी अखिलेश सोनी से बात की गई तो उन्होंने कहा इतने पैसे में नया जगनेटर नहीं आता यह तो किसी तरह काम चलाने के लिए ₹70450 में जगनेटर लिए थे जिसका मौके पर पता नहीं है.