- होम
- राष्ट्रीय+
- वीडियो
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- शिक्षा
- स्वास्थ्य
- आजीविका
- विविध+
- Home
- /
- Top Stories
- /
- Cyclone Fengal:...
Cyclone Fengal: चक्रवाती तूफान फेंगल के बाद पुडुचेरी में बाढ़ का कहर, सेना ने संभाला मोर्चा
Cyclone Fengal: बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवाती तूफान फेंगल ने तमिलनाडु और पुडुचेरी में भारी तबाही मचाई. फेंगल के चलते पुडुचेरी में भारी बारिश हुई. जिसके चलते कई इलाकों में जलभराव हो गया और उससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है. इस गंभीर स्थिति में भारतीय सेना ने अपनी बाढ़ राहत टीमों को सक्रिय कर लोगों की मदद के लिए उतर आई है. जिला कलेक्टर की औपचारिक अपील पर सेना ने तुरंत चेन्नई से एक रेस्क्यू टीम को पुडुचेरी के लिए रवाना किया, जो रविवार सुबह सात बजे पुडुचेरी के कृष्णानगर पहुंच गई.
पुडुचेरी में क्या है राहत कार्यों की स्थिति
चक्रवात फेंगल के चलते पुडुचेरी में भारी बारिश हुई है. जिसके चलते कृष्णानगर क्षेत्र के लगभग 500 घर पानी में डूब गए हैं, जहां जलस्तर 5 फीट तक पहुंच गया है. सेना ने रविवार सुबह से ही राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है. सेना के जवानों ने ऑपरेशन के शुरुआती दौर में 100 लोगों को सुरक्षित निकाला गया और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया.
बचाव अभियान में लगी एनडीआरएफ की टीम
सेना के अलावा एनडीआरएफ की टीम भी इस इलाके में पहले से तैनात है और बचाव अभियान चला रही है. सेना के उतरने के बाद राहत और बचाव कार्य की रफ्तार दुगुनी हो गई है. सेना और प्रशासन ने सबसे पहले बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने को प्राथमिकता दी है. सेना और स्थानीय प्रशासन के बीच प्रभावी समन्वय से राहत कार्य तेजी से चल रहा है. प्रभावित नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के साथ-साथ उन्हें खाने-पीने और चिकित्सा जैसी जरूरी सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं.
तबाही और मौजूदा हालात
भारी बारिश के चलते आई बाढ़ ने कई इलाकों को प्रभावित किया है. जहां के हालात अभी भी चुनौतीपूर्ण बने हुए हैं, लेकिन सेना की तेज और संगठित कार्रवाई से जनजीवन को सामान्य करने की कोशिश की जा रही है. अधिकारियों ने कहा है कि राहत कार्य तब तक जारी रहेंगे जब तक हर नागरिक सुरक्षित नहीं हो जाता. इस बीच प्रशासन और सेना ने लोगों से अपील की है कि वे घबराएं नहीं और अधिकारियों के निर्देशों का पालन करें. प्रभावित क्षेत्रों में बचाव कार्यों की प्रगति को देखते हुए आगे की रणनीतियों पर काम किया जा रहा है.