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दलित युवती को मारकर दफनाया, सपा सरकार के पूर्व मंत्री के बेटे पर आरोप
उन्नाव में दो महीने से लापता दलित युवती की पूर्व राज्यमंत्री के बेटे ने हत्या कर दी थी और उसका शव शहर के दोस्तीनगर स्थित दिव्यानंद आश्रम के पीछे सेप्टिक टैंक में कंबल से लपेटकर दफना दिया था। गुरुवार दोपहर मामले का खुलासा होने से सनसनी फैल गई। पुलिस ने जेल में बंद आरोपित की निशानदेही पर खुदाई करकर शव बरामद कर लिया। मां से शव की पहचान कराने के बाद पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
उन्नाव में सपा सरकार में पूर्व राज्यमंत्री रहे स्व.फतेहबहादुर सिंह के बेटे रजोल सिंह पर दो महीना पहले कांशीराम कॉलोनी की महिला रीता ने बेटी पूजा को गायब करने का आरोप लगाया था। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की पर कोई कार्रवाई नहीं की। पूर्व मंत्री के बेटे ने युवती की किसी दूसरे से नजदीकी की आशंका पर लापता होने वाले दिन ही उसकी गला दबाकर हत्या के बाद शव को गड्ढे में दबा दिया था। मां से शव की पहचान कराने के बाद पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
शहर के एक मोहल्ला निवासी 22 वर्षीय युवती 8 दिसंबर 2021 को रहस्यमय हालात में लापता हो गई थी। मां ने पूर्व मंत्री दिवंगत फतेहबहादुर सिंह के बेटे कल्याणी देवी निवासी अरुण कुमार उर्फ रजोल सिंह पर बेटी को अगवा करने का आरोप लगाया था। पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया था। उच्चाधिकारियों के आदेश के बाद 10 जनवरी को रजोल के खिलाफ युवती को अगवा करने की रिपोर्ट दर्ज हुई थी।
पुलिस की दो टीमें युवती की तलाश कर रही थीं
आरोपी से पूछताछ न होने पर लापता युवती की मां ने 24 जनवरी को लखनऊ में पूर्व सीएम अखिलेश यादव के काफिले के सामने आत्मदाह का प्रयास किया था। मामले ने तूल पकड़ा तो पुलिस ने आरोपी रजोल को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। पुलिस की दो टीमें युवती की तलाश कर रही थीं। काल डिटेल में युवती व रजोल सिंह में नजदीकी की पुष्टि होने पर स्वाट टीम ने जांच शुरू की। सर्विलांस के जरिए स्वाट टीम प्रभारी गौरव कुमार ने आरोपी रजोल सिंह के दोस्त मूलत: हरदोई के नयागांव मुबारकपुर व मौजूदा समय में खजुरिहा बाग नई बस्ती निवासी सूरज सिंह को उठाकर पूछताछ की तो उसने राजोल के साथ मिलकर युवती की हत्या कर शव पूर्व मंत्री के कब्बबाखेड़ा स्थित दिव्यानंद आश्रम के पीछे प्लाट में खुदे टैंक के गड्ढे में दबाए जाने की पुलिस को जानकारी दी। एसपी शशि शेखर सिंह ने बताया कि शुक्रवार को शव का पोस्टमार्टम होगा। जो भी रिपोर्ट सामने आएगी उसी आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, 8 दिसंबर की शाम युवती ने रजोल सिंह को फोन कर हरदोई ओवरब्रिज पर बुलाया। कार से रजोल वहां पहुंचा और युवती को भरोसे में लेकर दिवंगत पिता के कब्बाखेड़ा स्थित आश्रम लेकर पहुंचा। यहां पहले से मौजूद दोस्त सूरज के साथ मिलकर पहले युवती के सिर में डंडों से वार किया। फिर गला दबाकर हत्या कर दी और वहां से चले गए। तडक़े लगभग 3 बजे दोनों आश्रम पहुंचे और शव को वहां से निकाल कर पीछे खाली प्लॉट में खुदे टैंक के गड्ढे में मिट्टी से दबा दिया। दूसरे दिन सुबह मजदूर बुलाकर पूरी तरह से उसे मिट्टी से पाट दिया। टैंक का गड्ढा लगभग 7 फीट गहरा था।
जेल भेजे गए पूर्व मंत्री के बेटे रजोल सिंह से पूछताछ के लिए सीओ सिटी कृपाशंकर ने उसे 8 घंटे की कस्टडी रिमांड पर लिया था लेकिन पूछताछ में आरोपी ने युवती से नजदीकी की बात तो स्वीकार की थी पर हत्या की बात से इंकार कर दिया था। कुछ ना मिलने पर पुलिस ने उसे फिर से जेल भेज दिया था।