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- बेहतर नींद के लिए...
बेहतर नींद के लिए रोजाना सोने से पहले करें ये योगासन
रात में सोने के बाद अगर आंख सीधा सुबह खुले तो आप फ्रेश फील करते हैं। लेकिन अगर बीच-बीच में नींद खुलती रहे तो अगला पूरा दिन खराब हो जाता है। रात में बार-बार नींद खुलने के कई सारे कारण हो सकते हैं। कुछ लोग ऐसे होते हैं जो पेट के बल सोते हैं, जबकि कई लोग पीठ के बल, बायीं करवट या दायीं करवट लेकर सोना पसंद करते हैं।
अगर आप एक अच्छी रात की नींद से चाहते हैं, तो एक आरामदायक स्थिति में सोना जरूरी है जो आपके स्लीप साइकिल में मदद करता है और शरीर को आराम की स्थिति में भी रखता है। अगर आपको भी कई करवट बदलने के बाद आराम की नींद नहीं आ रही है तो आप इन योगासन का सहारा ले सकते हैं।
पृथ्वी मुद्रा
अच्छी नींद के लिए आप सोने से पहले इसे पलंग पर बैठ कर कर सकते हैं। इसे करने के लिए पद्मासन जैसी ध्यान मुद्रा में बैठ जाएं और अपनी पीठ को सीधा रखें। अपने अंगूठे और अनामिका की युक्तियों को एक दूसरे को धीरे से छूने दें। अपनी बाकी उंगलियों को सीधा करें। इसे दोनों हाथों से करें और अपनी हथेलियों के पिछले हिस्से को अपने घुटनों पर रखें। अपनी आंखें बंद करें और अपना ध्यान अपनी सांस पर केंद्रित करें।
वरुण मुद्रा
विधि- इस मुद्रा को कनिष्ठ उंगली (सबसे छोटी उंगली) व अंगूठे को मिलाकर बनाया जाता है। किसी भी स्थान पर पूर्व या उत्तर की ओर मुंह करके वरुण देव या जल या जल स्रोत अथवा तरल पदार्थ का ध्यान करें। सुखासन (सहज बैठकर) में रीढ़ की हड्डी को सीधा रखकर पूरे शरीर को शिथिल छोड़कर यह मुद्रा बनानी चाहिए। यदि ऐसी मुद्रा श्वेत, नीले, आसमानी रंग के आसन, वस्त्र, प्रकाश या इस रंग के फर्श अथवा संबंधित क्षेत्र में इस रंग की कोई भी वस्तु के सामने बनाई जाए, तो उसका बहुत अधिक लाभ मिलता है। यह मुद्रा प्रतिदिन कुल 10 से लेकर 30 मिनट तक करें। यह एक दिन में एक बार या तीन बार में भी कर सकते हैं।
ब्रह्मरी प्राणायाम
आप इसे सुबह और सोने से पहले एक बार प्रेक्टिस कर सकते हैं। अपनी पीठ के बल लेट जाएं। अपनी बाहों को फैलाओ। अपनी हथेलियों को ऊपर की ओर रखें। गहरी सांस लें और अपने फेफड़ों को हवा से भरें। सांस छोड़ते हुए अपने गले से भिनभिनाती मधुमक्खी की आवाज गुनगुनाएं। इसे बी ब्रीथ के नाम से भी जाना जाता है।