- होम
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- राष्ट्रीय+
- आर्थिक+
- मनोरंजन+
- खेलकूद
- स्वास्थ्य
- राजनीति
- नौकरी
- शिक्षा
- Home
- /
- Top Stories
- /
- कश्मीरी पंडितों का...
कश्मीरी पंडितों का जिक्र कर भावुक हुईं राज्यपाल, शिक्षक और स्टूडेंट्स को दी ये नसीहत
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल
आगरा। डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय(Dr. Bhimrao Ambedkar University) का 87 वां दीक्षांत समारोह(Convocation) मंगलवार को खंदारी परिसर में हुआ। जिसकी अध्यक्षता राज्यपाल आनंदीबेन पटेल(Governor Anandiben Patel) ने की और मुख्य अतिथि के रूप में चिदानंद सरस्वती महाराज(Chidanand Saraswati Maharaj) मौजूद रहे। दोनों ही अतिथि ने दीक्षांत समारोह में 169 मेधावियों को पदक प्रदान किए। उन्हें भविष्य में ऐसे ही सफलता के पायदान चढने की शुभकामनाएं भी दीं।
दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कश्मीरी पंडितों पर हुए जुल्म का जिक्र किया। इस दौरान वह भावुक हो गईं। कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने कहा की कश्मीर से पंडित अपना सबकुछ छोड़कर यूं ही नहीं आए थे। वहां महिलाओं को प्रताड़ित किया गया था। 1991 में आतंकवादियों ने चुनौती दी थी कि लालचौक पर आकर झंडा लहराओ। तब एकता यात्रा लाल चौक पर पहुंची। 43 दिन कन्याकुमारी से कश्मीर पहुंच कर एकता यात्रा में शामिल मैंने भी झंडा लहराया था।
विश्वविद्यालय प्रशासन से यह कहा
राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालय में जिन इमारतों का भी लोकार्पण किया गया है उसकी एक महीने में रिपोर्ट दें। आपको जो जिम्मेदारी दी है, उसका लेखाजोखा बताएं। राजभवन से एक अधिकारी अब विश्वविद्यालय का निरीक्षण करेंगे। हर बिंदु पर रिपोर्ट मुझे सौंपेंगे।
उन्होंने दीक्षांत समारोह में मौजूद लोगों से कहा कि बिजली बचाने पर काम करो। ग्रीन कैंपस पर काम करो। वृक्ष लगाओ। सामाजिक जिम्मेदारी समझो। अन्य लोगों को भी जिम्मेदारी सौंपे। उन्होंने कहा कि आजाद भारत में हम सुरक्षित हैं। उसके लिए दिए गए बलिदानों को याद करें। सेल्युलर जेल, जलियांवाला बाग में क्या हुआ पढ़ो और जानो।
राज्यपाल ने दी शिक्षक और स्टूडेंट्स को ये नसीहत
1- विश्वविद्यालय का माहौल बदलें।
2- सभी अपनी जिम्मेदारी समझें, तभी विश्वविद्यालय ऊंचाई छुएगा।
3− सभी समय से कालेज जाएं। स्टूडेंट्स को पढ़ाएं।
4− मजदूरों का मजदूर दिवस पर सम्मान करें।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने अपने संबोधन में कहा कि, जब मैं पढ़ती थी तब एक क्लास में एक भी लड़की नहीं होती थी। बेटियां आज आगे बढ़ रही हैं। यहां पर 70% से ज्यादा मेडल बेटियों के नाम रहे हैं। बेटियां आज हर क्षेत्र में आगे हैं। लड़ाकू विमान भी बेटियां उड़ा रही हैं। बेटियों को बधाई और शुभकामनाएं। बेटों को भी शुभकामनाएं। उन्होंने कहा कि आज जागरूकता से महिलाएं अपनी मर्जी और मन से वोटिंग करके देश के उत्थान वाली सरकार बना रही हैं।