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ज्ञानवापी मस्जिद सर्वे: वाराणसी कोर्ट से लेकर SC तक में सुनवाई; रिपोर्ट भी होगी पेश
ज्ञानवापी मस्जिद मामले में आज का दिन काफी अहम है। आज वाराणसी कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक इस मामले की सुनवाई होनी है। वाराणसी कोर्ट में शुरुआती 2 दिन की सर्वे रिपेार्ट भी पेश की जा सकती है। कोर्ट कमिश्नर के तौर पर काम करने वाले अजय कुमार मिश्र की दो पेज की इस रिपोर्ट को अदालत ने रिकॉर्ड में ले लिया। 14 से 16 मई के बीच की सर्वे रिपोर्ट गुरुवार को पेश होनी है। इसकी जिम्मेदारी स्पेशल कोर्ट कमिश्नर विशाल सिंह को दी गई है।
वकीलों की हड़ताल की वजह से बुधवार को होने वाली सुनवाई टल गई थी। बीते रोज सिविल जज सीनियर डिवीजन रवि कुमार दिवाकर की अदालत ने चैंबर में तीनों पक्षों की बातें सुनी गईं और आवेदन लिया गया। अदालत ने सुनवाई के लिए गुरुवार (19 मई) की तिथि तय की। इसके साथ ही अदालत ने 19 मई को ही कमीशन की कार्यवाही की रिपोर्ट दाखिल करने का आदेश दिया है। सुप्रीम कोर्ट में भी सर्वे रोकने के लिए दायर याचिका पर सुनवाई गुरुवार को ही तय है। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में सभी पक्षों व यूपी सरकार को नोटिस भी जारी किया था।
शृंगार गौरी व अन्य विग्रहों की स्थिति एवं उनके दर्शन-पूजन के अधिकार से संबंधित याचिका पर ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के सर्वे का आदेश सिविल कोर्ट ने दिया था। इसके लिए कोर्ट कमिश्नर अजय कुमार मिश्र को बनाया गया। कतिपय विवाद के बाद स्पेशल और सहायक कमिश्नर को भी उनके सहयोग के लिए नियुक्त किया गया। कोर्ट द्वारा मंगलवार को अजय मिश्र को हटाए जाने के बाद शेष तीन दिनों के सर्वे रिपोर्ट बनाने की जिम्मेदारी स्पेशल कमिश्नर विशाल सिंह पर है।
अदालत में वादी पक्ष की ओर से बुधवार को एक और आवेदन दिया गया, इसमें छह व सात मई को हुई कमीशन की कार्यवाही की रिपोर्ट हटाए गए अधिवक्ता आयुक्त अजय कुमार मिश्रा के माध्यम से जमा कराने की मांग की। इस पर भी अदालत ने डीजीसी और अंजुमन इंतजामिया से आपत्ति मांगी है। साथ ही डीजीसी सिविल महेंद्र प्रसाद पांडेय ने एक आवेदन देकर मछलियों को संरक्षित रखने और वजू स्थल व शौचालय हटाने के लिए मंगलवार को दिए गए आवेदन के निस्तारण का अनुरोध किया। अदालत ने इन सभी मुद्दों पर विपक्षियों से आपत्ति तलब कर निस्तारण के लिए और कमीशन की रिपोर्ट दाखिल करने की तिथि 19 मई नियत कर दी है।
इस मामले में आज सुप्रीम कोर्ट में भी सुनवाई होगी। सुप्रीम कोर्ट करीब 12 बजे इस मामले पर सुनवाई कर सकता है। सुप्रीम कोर्ट की सूची के मुताबिक 19 नंबर पर केस की सुनवाई होना तय माना जा रहा है।
वादी पक्ष की रेखा पाठक, मंजू व्यास, सीता साहू की ओर से मंगलवार को स्थानीय न्यायालय में आवेदन दिया गया था कि शिवलिंग की जगह पर दर्शन-पूजन के साथ ही वजू स्थल पर मिले शिवलिंग के नीचे और नंदी महराज के सामने तहखाने के उत्तरी और पूरब की चुनी हुई दीवारों को तोड़कर सर्वे करवाया जाए। परिसर में कई स्थानों पर रखे बांस, बल्ली, ईंट व बालू का मलबा हटवाकर भी सर्वे करवाने की मांग की गई।
इस पर न्यायालय ने अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमेटी सहित अन्य प्रतिवादियों से बुधवार को आपत्ति मांगी थी। माना जा रहा है कि अब गुरुवार को दोनों पक्षों के साक्ष्य और सबूतों व तर्कों पर न्यायालय अहम निर्णय कर सकता है।