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- Hajj 2024: मक्का में...
Hajj 2024: मक्का में थम नहीं रहा हज यात्रियों की मौत का सिलसिला, 1300 तक पहुंची संख्या, बेहोश होकर जमीन पर गिर रहे हाजी
Hajj 2024: इस साल हज यात्रा के दौरान सऊदी अरब में सैकड़ों लोगों की मौत हुई. इनमें ज्यादातर लोग गर्मी और उम्र संबंधी बीमारी के चलते काल के गाल में समा गए. रविवार को सऊदी अरब ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि हज यात्रा के दौरान इस साल कम से कम 1301 लोगों की मौत हुई है. जिनमें गर्मी के कारण कई लोगों की जान गई. जबकि पांच में से चार लोगों की जान "अनधिकृत" यात्राओं के कारण हुईं. सऊदी अरब सरकार ने एक बयान में कहा कि, "इस साल गर्मी ने स्वास्थ्य प्रणाली को प्रभावित किया, जिससे कई लोग परेशान हो गए. अफसोस की बात ये है कि इस दौरान 1,301 लोगों की मौत हो गई."
सरकार ने अपने बयान में कहा कि मरने वालों में से 83 प्रतिशत लोग "हज करने के लिए अनधिकृत थे" और "पर्याप्त आश्रय या आराम के बिना, सीधी धूप में लंबी दूरी तय करते थे." मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इसमें कहा गया है कि मृतक लोगों में कई बुजुर्ग और लंबे समय से बीमार व्यक्ति शामिल हैं, इसके साथ ही ये भी कहा गया कि सभी मृतकों के परिवारों की अब पहचान कर ली गई है. इस साल हज यात्रा के दौरान सैकड़ों मौतों और चोटों के पीछे अत्यधिक गर्मी को मुख्य वजह बताया गया. बीते सोमवार को मक्का में तापमान 51.66 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
18 लाख लोगों को दी गई थी हज की इजाजत
बता दें कि इस साल सऊदी अरब प्रशासन ने हज यात्रा के लिए दुनियाभर के 18 लाख लोगों को हज पर आने की इजाजत दी थी. इसमें सैकड़ों ऐसे यात्री भी शामिल हुए जिन्हें हज के लिए लाइसेंस नहीं दिया गया था. जिसके चलते उन्हें हज यात्रियों जैसी सुविधाएं नहीं मिली. इसलिए वह खुले आसमान में रहने को मजबूर हो गए. साथ ही उन्हें अधिकृत रूप से हाजियों को ले जाने वाली बसों में भी यात्रा का लाभ नहीं जिसके चलते ये लोग गर्मी का शिकार हो गए और कई की इसमें जान चली गई.
वहीं कुछ तीर्थयात्रियों ने इस वर्ष की हज यात्रा के खराब बुनियादी ढांचे और संगठन की आलोचना की है. जो तीर्थयात्री आधिकारिक दौरे पर सऊदी अरब पहुंचे थे उन्होंने भी अपने दिन का अधिकांश समय चिलचिलाती गर्मी में बाहर घूमने में बिताया. इस बार हज यात्रा के दौरान 98 भारतीयों की भी मौत हुई है. जबकि सबसे ज्यादा लोग मिस्र के मारे गए हैं. जो बिना हज बीजा के सऊदी अरब पहुंचे थे.