- होम
- राष्ट्रीय+
- वीडियो
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- Shopping
- शिक्षा
- स्वास्थ्य
- आजीविका
- विविध+
- Home
- /
- Top Stories
- /
- Heat Wave: इन तीन...
Heat Wave: इन तीन शहरों में टूटे गर्मी के सभी रिकॉर्ड, 12 साल में हीट वेव से दर्जनों लोगों की हुई मौत
Heat Wave: ज्यादातर लोग अपनी जिंदगी को सुख-सुविधाओं के साथ जीने के लिए देश के बड़े शहरों की तरफ भागते हैं। ऐसे में क्या हो अगर ये ही शहर जानलेवा बन जाए? भारत के कई बड़े शहर गर्मी के निशाने पर हैं और यही वजह है कि पिछले 12 सालों में इन शहरों में हजारों लोगों की जान हीट वेव के कारण चली गई है। ऐसे में दुनिया के 10 सबसे बड़े शहरों पर की गई स्टडी बताती है कि साल 2008 से लेकर 2009 तक कई शहरों में हर साल करीब 1116 लोगों की मौत भीषण हीट वेव की चपेट में आने से हुई है।
बता दें कि देश के सबसे 10 बड़े शहरों में चिलचिलाती गर्मी की वजह से मौतों का आंकड़ा 12.2 फीसदी हो गया है। जबकि अगर दो दिन तक लगातार हीट वेव बनी रही तो यह प्रतिशत 14.7 फीसदी हो जाएगा। साथ ही तीन दिन लागातार हाई टेंपरेचर रहने पर मृत्यु दर 17.8 फीसदी हो गई। जबकि अगर ये ही गर्मी 5 दिन तक और रही तो मृत्यु दर में 19.4 फीसदी का इजाफा हो सकता है। इन शहरों में दिल्ली, अहमदाबाद,कोलकाता, हैदराबाद, चेन्नई और वाराणसी शामिल हैं। जबकि टॉप थ्री शहरों में दिल्ली, अहमदाबाद और चेन्नई हैं, जहां आसमान से बरसती आग ने हजारों जानें ले ली है।
हीट वेव से कई मौते
गौरतलब है कि दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल के इंटरनल मेडिसिन विभाग में सीनियर कंसल्टेंट डॉ. एम वली कहते हैं कि 39 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा बॉडी टेंपरेचर शरीर पर खराब असर डालता है, जबकि 40 डिग्री सेल्सियस या 104 डिग्री फारेनहाइट से ऊपर पहुंचने पर यह शरीर के न्यूरोनल फंक्शन को लकवा ग्रस्त भी बना सकता है। अगर शरीर में पसीने का मैकेनिज्म काम नहीं करता है तो यह हीट स्ट्रोक की वजह से इंसान कोमा तक में जा सकता है। इस साल भी उत्तर भारत के अस्पतालों में 20 से ज्यादा मौतें हीट वेव की वजह से देखी गई है।