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Hindu New Year Vikram Samvat 2079:आज से शुरु हो रहा है हिंदू नववर्ष विक्रम संवत 2079

Shiv Kumar Mishra
2 April 2022 10:30 AM IST
Hindu New Year Vikram Samvat 2079:आज से शुरु हो रहा है हिंदू नववर्ष विक्रम संवत 2079
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इसकी शुरुआत महाराज विक्रमादित्य ने की थी, इसलिए इसे विक्रम संवत भी कहा जाता है। आइए जानते हैं विक्रम संवत की शुरुआत कैसे हुई थी और इस वर्ष को लेकर ज्योतिषियों का क्या कहना है?

हिंदू नववर्ष यानी विक्रम संवत 2079 की शुरुआत शनिवार, 2 अप्रैल 2022 से होने जा रही है। हेमाद्रि के ब्रह्म पुराण के अनुसार, ब्रह्मा जी ने पृथ्वी की रचना चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि के दिन की थी। इसलिए पंचांग के अनुसार, हर साल चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को नववर्ष शुरु हो जाता है। इसे नव संवत्सर भी कहा जाता है। इसकी शुरुआत महाराज विक्रमादित्य ने की थी, इसलिए इसे विक्रम संवत भी कहा जाता है। आइए जानते हैं विक्रम संवत की शुरुआत कैसे हुई थी और इस वर्ष को लेकर ज्योतिषियों का क्या कहना है?

अंग्रेज़ी कैलेंडर से 57 साल आगे विक्रम संवत

राजा विक्रमादित्य के शासनकाल में सबसे बड़े खगोल शास्त्री वराहमिहिर थे, जिनकी सहायता से संवत के प्रसार में मदद मिली। यह अंग्रेज़ी कैलेंडर से 57 वर्ष आगे है, जिसके अनुसार अब 2022+57 = 2079 विक्रम संवत चल रहा है। हिजरी संवत को छोड़ कर हर एक कैलेंडर में, जनवरी या फ़रवरी में नए साल का आग़ाज़ होता है। भारत में कई कैलेंडर प्रचलित हैं, जिनमें विक्रम संवत और शक संवत प्रमुख हैं।

पूरी दुनिया में काल गणना के दो आधार होते हैं: सौर चक्र और चंद्र चक्र। सौर चक्र के अनुसार पृथ्वी को सूर्य की एक परिक्रमा करने में 365 दिन और लगभग 6 घंटे लगते हैं। देखा जाए तो सौर वर्ष पर आधारित कैलेंडर में, साल में 365 दिन होते हैं, जबकि चंद्र वर्ष पर आधारित कैलेडरों के अंदर, साल में 354 दिन होते हैं।

ज्योतिषियों का मानना है कि 2 अप्रैल 2022 से शुरु होने वाले विक्रम संवत 2079 के राजा शनिदेव हैं। इस साल के मंत्री गुरु हैं। यह साल उन सभी राशि वाले जातकों के लिए कष्टदायी हो सकता है, जिन पर शनि देव की महादशा चल रही है। जिन लोगों की कुंडली में शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या चल रही है, उन्हें विशेष उपाय करने पड़ सकते हैं।

वहीं मकर राशि में शनि देव के साथ मंगल की युति इस साल कई बड़े बदलावों का कारण बन सकती है। जिन राशियों पर गुरु की कृपा है और कुंडली में गुरु उच्च स्थान पर बैठे हुए हैं, उनके लिए नववर्ष शुभ फलदायी रहेगा। व्यापार और आर्थिक दृष्टि से भी अच्छे योग बनेंगे।

Shiv Kumar Mishra

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