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देवरिया में गंडक नदी के तट पर एक साथ जलीं पांच चिताएं, बेटा देवेश ने दिया मुखाग्नि
देवरिया में गंडक नदी के तट पर एक साथ जलीं पांच चिताएं।
Deoria Murder Case: देवरिया हत्याकांड को लेकर एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आ रही है। जहां एक ही परिवार के पांच लोगों की हुई हत्या के बाद देर शाम शव पटनवा पुल स्थित छोटी गंडक नदी के तट पर पहुंचा। जहां मां-बाप, भाई व बहन को एक साथ चिता को देवेश ने मुखाग्नि दी। मुखाग्नि देते समय फफक कर रो पड़ा। इस दौरान वह बेहोश होकर कई बार गिर पड़े। एक साथ पांच चिताएं जलीं तो वहां मौजूद लोगों की भी आंखों में आंसू आ गए।
फतेहपुर के लेहड़ा टोला के रहने वाले सत्यप्रकाश दुबे, उनकी पत्नी किरन, बेटी सलोनी, नंदनी व बेटा गांधी की हत्या कर दी गई थी। पुलिस के सहयोग से सभी शवों को पटनवा पुल स्थित गंडक नदी के तट पर पहुंचाया गया। पुलिस ने पांच चिताएं सजवाई और फिर सत्य प्रकाश दुबे के बड़े बेटे देवेश ने सभी चिताओं को एक साथ मुखाग्नि दिया। यह सयम देवेश के लिए कितना भारी है यह बताना बिलकुल तो संभव नहीं। इस दौरान एडीएम अरुण कुमार राय, एसडीएम सदर विपिन कुमार आदि सुरक्षा कर्मी मौजूद रहे। उधर दबंग प्रेमचंद यादव के शव का अंतिम संस्कार उसके स्वजन ने शहर से सटे कुरना नाले पर किया। इस दौरान बड़ी संख्या में सुरक्षा कर्मी मौजूद रहे।
जिले में पहली बार हुई एक गांव में छह लोगों की हत्या
देवरिया जिले में पहले भी दोहरा, तिहरा हत्याकांड होते रहे हैं लेकिन पहली बार एक साथ 6 लोगों की हत्या हुई है। इस घटना ने सभी को हैरान कर दिया है। 28 जुलाई 1998 को बरहज के पैना गांव में सुबह साढ़े छह बजे गोली तड़तड़ा उठी और चार लोगों की जान चली गई थी। इस घटना में राधेश्याम तिवारी, ब्रह्मा तिवारी, ब्रजेश तिवारी व धर्मेंद्र तिवारी शामिल थे। पहली बार इतनी बड़ी घटना जिले में हुई थी। इसके बाद सदर कोतवाली के सरौरा में 2017 में भूमि विवाद में तीन लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। यह दोनों घटनाएं लोगों के जेहन में हमेशा रही हैं लेकिन रुद्रपुर के फतेहपुर की यह घटना जिले की सबसे बड़ी घटना हुई है।
गोरखपुर जिले से भी पुलिस बल बुलाया गया
छह लोगों की हत्या घटना के बाद पुलिस महकमे में खलबली मच गई। पुलिस लाइन से दो कंपनी पीएसी भेजने के साथ ही क्यूआरटी व अन्य पुलिसकर्मी भी भेज दिए गए। रुद्रपुर, बरहज सीओ सर्किल के सभी थानों की पुलिस के अलावा गोरखपुर जनपद के चौरीचौरा व झंगहा थाने की भी पुलिस बड़ी संख्या में मौके पर पहुंच गई। तीन किलोमीटर का क्षेत्र दिन भर पुलिस छावनी में तब्दील रहा। चारों तरफ केवल पुलिसकर्मी व उनकी गाड़ियां ही नजर आ रही थीं।
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उद् भव त्रिपाठी
इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के सेंटर ऑफ मीडिया स्टडीज से स्नातक पूर्ण किया हूं। पढ़ाई के दौरान ही दैनिक जागरण प्रयागराज में बतौर रिपोर्टर दो माह के कार्य का अनुभव भी प्राप्त है। स्नातक पूर्ण होने के पश्चात् ही कैंपस प्लेसमेंट के द्वारा haribhoomi.com में एक्सप्लेनर राइटर के रूप में चार महीने का अनुभव प्राप्त है। वर्तमान में Special Coverage News में न्यूज राइटर के रूप में कार्यरत हूं। अध्ययन के साथ साथ ही कंटेंट राइटिंग और लप्रेक लिखने में विशेष रुचि है।