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भारत और पाक के युवाओं के साझे शांति कैलेंडरों ने संबंधों की मधुरता बढ़ाई
प्रसून लतांत
दक्षिण एशिया में नागरिकों खासकर छात्रों और युवाओं को एक दूसरे से जुड़ने, समझने और साथ साथ चलने के लिए आगाज ए दोस्ती की ओर से की जा रही कोशिश अब रंग ला रही है। इनकी कोशिशों का मूल संदेश यही है कि आप एक हिन्दू या मुसलमान होंगें, यह पहले से तय नहीं है। जो पहले से तय किया गया है, वह यह है कि आप एक इंसान होंगे और मानवता ही आपका धर्म होगा। इसलिए घृणा से दूर रहें और प्रेम का राज कायम करें।
आगाज ए दोस्ती की कई कोशिशों में से एक अनोखी कोशिश यह है कि भारत और पाकिस्तान के छात्रों द्वारा हर साल नए कैलेंडर के लिए शांति और सद्भाव पर केंद्रित चित्र बनाने का एक यादगार सिलसिला है। पिछले 8 सालों से आगाज ए दोस्ती की ओर से भारत और पाकिस्तान के छात्रों के साझे चित्रांकन वाले कैलेंडर का प्रकाशन और वितरण किया जाता रहा है। इन कैलेंडरों ने दोनों देशों के छात्रों और युवाओं के बीच शांति और सद्भाव का दायरा बढ़ाया है और संवाद का सिलसिला शुरू करने में कामयाबी हासिल की है। और ऐसा प्रयास तब किया जा रहा है जब भारत पाक संबंध अशांत है और दोनों देशों की सरकारों के बीच काफी उथल पुथल है। पाकिस्तान और भारत के युवाओं ने कैलेंडरों के जरिए दोनों देशों के बीच शांति की इच्छा जताई है।
आगाज ए दोस्ती के रवि नितेश के मुताबिक 2020 के शांति कैलेंडरों के लिए दोनों देशों के जिन युवाओं के चित्रों का चयन किया गया है, उनमें पाकिस्तान से अरीबा अकबर , द स्मार्ट स्कूल करांची, अलीजा आसिफ, एलजी एस गर्ल्स लाहौर, हसन अमीर उद्दीन अंसारी, एलजीएस बॉयज लाहौर, एम इबाद, एल जी एस ब्वॉयज, लाहौर, राजा मोहम्मद वाजिद, एलजीएस बॉयज लाहौर,उजैर, बच्चा खान स्कूल खैबर पख्तूनवा और भारत से कमलदीप कौर, डी आर वी डी ए वी सेंटनारी पब्लिक स्कूल, जालंधर, एस अंजना, ज्ञान मंदिर दिल्ली , अनन्या अग्रवाल ब्रिटिश स्कूल, दिल्ली, जसलीन कौर, पुलिस डीएवी पब्लिक स्कूल, शेफाली दास, शिशु गृह हाई स्कूल, बैंगलोर और विकित सिंह, होर्नर कॉलेज, लखनऊ के नाम शामिल हैं।
दोनों देशों के इन छात्रों के चित्रों वाले कैलेंडरों में देश विदेश के महत्वपूर्ण लोगों के शांति संदेशों को भी शामिल किया गया है,इनमें इला गांधी, शांति कार्यकर्ता और महात्मा गांधी की पोती, सी राघवन, पाकिस्तान में पूर्व भारतीय उच्चायुक्त, स्वाति पाराशर यूनिवर्सिटी आफ गोतेनबर्ग, स्वीडन में शांति और विकास अध्ययन में प्रोफेसर , जोसफ कलाथिल एस जे पीस एक्टिविस्ट जिसे पोस्टमैन प्रिस्ट के रूप में बेहतर जाना जाता है।
जयेश पटेल, पीस एक्टिविस्ट और सागरिका घोष, वरिष्ठ पत्रकार के साथ पाकिस्तान के एजरा तलत सईद, एक्टिविस्ट और चेयरपर्सन इंटरनेशनल वूमेंस एलायंस, पाकिस्तान, सलमान राशिद, लेखक, फराह तुल्लाह बाबर, पूर्व सीनेटर और एच आर सी बी के सदस्य, बुशरा गौहर, मानवाधिकार कार्यकर्ता और पूर्व सांसद, राविफ हसन, क्षेत्रीय शांति संस्थान के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी, और निदा किरमानी फेमिनिस्ट हैं।
जोसेफ कलाथिल एसजे का कहना है कि आगाज ए दोस्ती इस कैलेंडर के जरिए लोगों के दिलों से कांटेदार तार की बाड़ को हटा रहा है। इन चित्रों को बनाने वाले छात्र अपने दिलों से पूर्वाग्रहों और शत्रुता के कांटेदार तार की बाड़ को हटा रहे हैं। माता पिता और शिक्षक इन छात्रों के दिलों से अलगाव को दूर कर उन्हें प्रोत्साहित करते हैं। सैकड़ों शुभचिंतक हैं जो इन चित्रों की सराहना करते हैं। उनके दिलों से अलगाव को दूर करते हैं। इस तरह धीरे-धीरे भारत और पाकिस्तान के बीच शांति और मित्रता का मार्ग प्रशस्त होगा।
सुशोभा बर्वे कहती हैं कि मैं खुद को दक्षिण एशियाई मानती हूं। मैं पाकिस्तान सहित हमारे सभी पड़ोसियों के साथ विश्वास और मित्रता के पुल बनाने के लिए प्रतिबद्ध हूं। हमें नफरत और अविश्वास की शब्दावली को नामंजूर कर खुले दिमाग और दिल से प्रेम को अपने राष्ट्रीय आदर्श वाक्य के रूप में अपनाना चाहिए ताकि हम अपने पड़ोसी मुल्क के लोगों की दोस्ती को जीत सकें। बीआर कामरा का कहना है कि शिक्षा व्यक्ति, समाज , देश और दुनिया की प्रगति के लिए मुख्य भूमिका तय करती है। हमें ना केवल पुस्तकों के माध्यम से बल्कि अपने कार्यों से अच्छी शिक्षाओं को विकसित करना चाहिए जैसा कि महात्मा गांधी ने कहा था मेरा जीवन ही मेरा संदेश है।
हमारा उद्देश्य सामाजिक न्याय, शांति और समानता के माध्यम से खुशी की ओर बढ़ाना होना चाहिए। सर्व सेवा संघ की पूर्व अध्यक्ष राधा भट्ट का कहना है कि दोनों पक्ष शांति चाहते हैं और दोनों देशों के छात्रों द्वारा बनाए इन चित्रों में साफ झलकता है कि वे हमारे कल को कितनी खूबसूरती से देखते हैं । हमें इन छात्रों तक पहुंचना चाहिए और उनके सपनों को हासिल करने और इस दुनिया को और अधिक शांतिपूर्ण बनाने में योगदान देने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास जारी रखना चाहिए। पूर्व एयर वाइस मार्शल कपिल काक का कहना है कि वर्तमान समय में भारत और पाकिस्तान संबंध एक खराब दौर में है। फिर भी करतारपुर कॉरिडोर का खुलना दोनों देशों के बीच के जनसंवाद और जन जुड़ाव को बढ़ावा देने की महत्वपूर्ण कड़ी है और एक प्रकाश की तरह है।
आगा के दोस्ती के बारे में रवि नितेश ने बताया कि भारत और पाकिस्तान के कई अमन चौपाल के माध्यम से आगाज ए दोस्ती नहीं 10,000 से अधिक छात्रों और युवाओं को शांति प्रशिक्षण दिया है साथ ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के उपयोग से कक्षाओं को जोड़ने के लिए भारत पाकिस्तान क्लासरूम कनेक्ट नक्षत्रों में भारत और पाकिस्तान दोनों देशों के छात्रों के बीच बातचीत की सुविधा प्रदान करते हैं आगाज दोस्ती भारत और पाकिस्तान के छात्रों के बीच पत्रों और कानून का नियमित आदान प्रदान करता है और हाल ही में लाहौर के प्रसिद्ध है घर में इन पत्रों का प्रदर्शन भी किया गया।
भारत में आगाज ए दोस्ती की संयोजक देविका मित्तल का कहना है कि यह साझा सपनों और दोस्ती की उम्मीद है, जिसे हम हर दिन याद करते हैं। यह कैलेंडर स्कूलों और कॉलेजों में हमारे द्वारा संचालित शांति शिक्षा गतिविधियों में से एक है। उनके मुताबिक नए साल के कैलेंडरों के लिए दोनों देशों के छात्रों से चित्र आमंत्रित किए गए हैं।