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India-Canada Relations: कनाडा के प्रधानमंत्री ने भारत पर फिर लगाए बेबुनियादी आरोप, जानें अब क्या बोल गए जस्टिन ट्रुडो?

Special Coverage Desk Editor
15 Oct 2024 1:18 PM IST
India-Canada Relations: कनाडा के प्रधानमंत्री ने भारत पर फिर लगाए बेबुनियादी आरोप, जानें अब क्या बोल गए जस्टिन ट्रुडो?
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India-Canada Relations: भारत के तमाम लोगों का कनाडा में नौकरी करने का सपना होता है लेकिन हाल के दिनों में दोनों देशों के बीच खराब संबंधों ने इसमें बाधा पैदा कर दी है. जिसकी असली जड़ कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो हैं.

India-Canada Relations: भारत और कनाडा के बीच पैदा हुई तल्खी अब और बढ़ गई है. जिसमें कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रुडो ने 'आग में घी' डालने का काम किया है. दरअसल, जस्टिन ट्रुडो की ओर भारत को लेकर की गई बयानबाजी के चलते देशों देशों के संबंध बेहद खराब हो चुके हैं. इसी के चलते भारत ने कनाडा के छह राजनियकों को देश छोड़ने का आदेश दे दिया. इसके साथ ही भारत ने भी कनाडा में मौजूद अपने राजनयिकों को वापस बुला लिया है. इस बीच कनाडाई पीएम ने ट्रुडो ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भारत पर बिना किसी सबूत के मनगढ़ंत आरोप लगाए.

भारत को लेकर क्या बोले जस्टिन ट्रुडो

सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारत सरकार के एजेंटों पर गुप्त रूप से सूचना इकट्ठी करने, कनाडाई लोगों को निशाना बनाकर बलपूर्वक व्यवहार करने, धमकी देने और हिंसक कृत्यों में शामिल होने का आरोप लगाया. इसके साथ ही ट्रुडो ने रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (RCMP) के साक्ष्य का भी हवाला दिया. हालांकि उन्होंने उन साक्ष्यों को सार्वजनिक नहीं किया. कनाडाई पीएम ने आरोप लगाया कि भारत सरकार के अधिकारी ऐसी गतिविधियों में शामिल थे जो सार्वजनिक सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करती हैं.

ट्रूडो ने कही पुख्ता सबूत होने की बात

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि, आरसीएमपी कमिश्नर के पास इसे लेकर स्पष्ट और पुख्ता सबूत हैं. उन्होंने कहा कि भारत सरकार के एजेंट ऐसी गतिविधियों में शामिल रहे हैं, जो अभी भी जारी है. इससे सार्वजनिक सुरक्षा को बड़ा खतरा पैदा होता है. इनमें गुप्त सूचना जुटाने की तकनीक, दक्षिण एशियाई कनाडाई लोगों को निशाना बनाना और उनकी हत्या समेत कई उल्लंघनकारी कृत्य शामिल हैं. जिन्हें स्वीकार नहीं किया जा सकता.

कनाडाई पीएम ने किया ये दावा

इसके साथ ही कनाडा का प्रधानमंत्री ट्रुडो ने ये दावा भी किया कि, कनाडाई कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने इन मामलों पर भारतीय समकक्षों के साथ मिलकर काम करने की कई बार कोशिश की. लेकिन उन्हें बार-बार मना कर दिया गया. ट्रुडो ने कहा कि यही वजह है कि अब कनाडाई अधिकारियों ने एक असाधारण कदम उठाया है. उन्होंने आरोप लगाया कि आरसीएमपी ने साक्ष्य साझा करने के लिए भारतीय अधिकारियों से मुलाकात की. ट्रुडो ने कहा कि इसमें कहा गया कि भारत सरकार के 6 एजेंट आपराधिक गतिविधियों में शामिल हैं.

ब्रिटिश प्रधानमंत्री से ट्रुडो ने की बात

इस बीच कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने इस मुद्दे पर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर से भी बात की. ट्रूडो के एक ट्वीट में कहा गया कि दोनों नेताओं ने अपने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की आवश्यकता, कानून के शासन को बनाए रखने और उसका सम्मान करने के महत्व पर चर्चा की. इसके साथ ही ट्रूडो और स्टारमर ने नियमित संपर्क में बने रहने की भी सहमति जताई.

ट्रुडो के आरोपों पर क्या बोला भारत

ट्रुडो की ओर से लगाए गए सभी आरोपों को भारत ने खारिज कर दिया. इसी के साथ भारत सरकार ने कहा कि कनाडा के ये बेतुके आरोप हैं. जो पूरी तरह से जस्टिन ट्रूडो सरकार के राजनीतिक एजेंडे का हिस्सा हैं. बता दें कि जस्टिन ट्रूडो की भारत के प्रति शत्रुता के बारे में हर कोई जानता है. ट्रुडो सरकार जानबूझकर चरमपंथियों और आतंकवादियों को कनाडा में भारतीय राजनयिकों और नेताओं को परेशान करने, धमकाने और डराने की हिमाकत करती है.

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