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Jahangirpuri Violence: तलवार के हमले से घायल उमाशंकर ने बताई अंसार की करतूत
जहांगीरपुरी हिंसा का कथित मास्टरमाइंड मोहम्मद अंसार
दिल्ली के जहांगीरपुरी में शनिवार को हुई हिंसा का कथित मास्टरमाइंड मोहम्मद अंसार का अपने इलाके में काफी दबदबा है। पेशे से कबाड़ी (स्क्रैप डीलर) का काम करने वाला अंसार सोना, शराब, महंगी कारों के साथ हथियार का भी शौकीन बताया जाता है, वही अंसार करीब तीन माह पहले जहांगीरपुरी में बजरंग दल द्वारा आयोजित की जा रही हनुमान चालीसा के पाठ को बंद करने की धमकी दे चुका है। हिंसा के दौरान शोभायात्रा निकाल रहे लोगों ने उससे कहा था कि लोग निहत्थे हैं इन्हें मत मारो, तो उसने कहा कि जो किया वो भुगतना पड़ेगा। इसके बाद हजारों की संख्या में उन्मादी भीड़ ने हमला कर दिया।
हिंसा के दौरान तलवार के हमले से गंभीर रूप से घायल उमाशंकर दुबे कहते है कि अंसार से हमला रुकवाने के लिए कहा गया, लेकिन वह भीड़ को और उकसाता रहा। उमाशंकर हनुमान जन्मोत्सव पर निकाली गई शोभायात्रा में शामिल थे। हिंसा करीब शाम साढ़े पांच बजे शुरू हुई। शुरुआत में 70-80 लोग विरोध कर रहे थे। उसके बाद भीड़ बढ़ती गई। अचानक छत से पत्थर और बोतलें फेंकी जाने लगीं। उन्होंने बताया कि अंसार उस वक्त 60-70 लोगों के साथ सी ब्लाक में मस्जिद के सामने मौजूद था। ये लोग कह रहे थे कि शोभायात्रा निकालने वालों को छोड़ना मत, जाने मत देना।
उमाशंकर के मुताबिक, अंसार से कहा कि ये लोग निहत्थे हैं, इन्हें मत मारना। इस पर अंसार ने कहा जो किया वो भुगतना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि दो से तीन महीने पहले बजरंग दल की हनुमान चालीसा के पाठ के दौरान जहांगीरपुरी में अंसार ने कार्यकर्ताओं को धमकी दी थी। उसने कहा था कि ये सब करना बंद कर दो, नहीं तो अंजाम बुरा होगा। उन्होंने बताया कि हिंसा के दौरान लोग मुन्ना बंगाली, आरिफ, रफी और आलम के नाम भी ले रहे थे। बाहर से भी लोगों को बुलाया गया था। हमला करने वाले सभी बंगाली भाषा बोल रहे थे।
उमाशंकर दुबे ने बताया कि हिंसा के दौरान किसी ने उनके गले पर तलवार से हमला कर दिया। वे लोगों को बचाने के लिए गलियों में घुस गए। इस दौरान छतों से पत्थर फेंके जाने लगे। केमिकल से भरी बोतलें फेंकी जाने लगीं। कई राउंड फायरिंग भी की गई। इस बीच भारी संख्या में पुलिसकर्मी आए जिसके बाद मामला थोड़ा शांत हुआ।
42 साल के अंसार पर साल 2009 में आर्म्स एक्ट के तहत पहला मुकदमा दर्ज हुआ था। इसके बाद साल 2011 से 2019 के बीच में गैंबलिंग एक्ट के तीन मुकदमे दर्ज हुए। साल 2013 में छेड़छाड़ की धारा 509, मारपीट की धारा 323 और धमकाने की धारा 509 के तहत भी मुकदमा दर्ज हुआ था। यहीं नहीं, एक मामला जुलाई 2018 का है, जिसमें उस पर सरकारी कर्मचारी पर हमला करना और सरकारी काम मे बाधा डालने की धारा लगाई गई थी।
जहांगीरपुरी के सी ब्लॉक में रहने वाला अंसार का इलाके में काफी दबदबा है क्योंकि जैसे-जैसे उसका क्रिमिनल रिकॉर्ड बढ़ता गया, वैसे-वैसे एरिया में उसकी आपराधिक एक्टिविटी अवैध पार्किंग से उगाही, सट्टे और नशे के कारोबार में बढ़ती गई। पुलिस का कहना है कि इन तमाम कामों से उसकी हर महीने लाखों की कमाई होती है। सूत्रों का कहना है कि एरिया के अवैध धंधों की उगाही का हिस्सा वह पुलिस तक भी पहुंचाता रहा है।