- होम
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- राष्ट्रीय+
- आर्थिक+
- मनोरंजन+
- खेलकूद
- स्वास्थ्य
- राजनीति
- नौकरी
- शिक्षा
- Home
- /
- Top Stories
- /
- कान्हा के स्वागत के...
कान्हा के स्वागत के लिए सज रही भगवान श्रीकृष्ण की नगरी मथुरा, 7 सितंबर को मनाया जाएगा जन्माष्टमी पर्व
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के लिए सज गई कान्हा की नगरी।
Mathura Janmashtami 2023: भगवान श्री कृष्ण की नगरी मथुरा कृष्ण जन्माष्टमी के लिए सज गई है। हिन्दू धर्म के मान्यताओं के अनुसार भाद्रपद महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को देशभर में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जाता है। ऐसे में इस बार भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन सात सितंबर की रात को श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाने के लिए मथुरा में बड़े पैमाने पर तैयारियां जारी हैं। इसके साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों की ओर से सुरक्षा के भी कड़े प्रबंध किए गए हैं।
श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के सचिव कपिल शर्मा और सदस्य गोपेश्वर नाथ चतुर्वेदी ने जानकारी दी कि इस साल भगवान श्रीकृष्ण के 5250वें जन्मोत्सव के अवसर पर जन्मस्थान की साज-सज्जा, ठाकुरजी की पोशाक और श्रृंगार आदि पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। आगे उन्होंने जानकारी दी कि मंदिर में आने वाले भक्तों को भगवान के दर्शन करने की सुविधा देने के लिए उसके कपाट सुबह 5.30 बजे से देर रात 1.30 बजे तक खुले रहेंगे। इसके साथ ही इस बार प्रसाद के लिए जल्दी न खराब होने वाली वस्तुएं बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
हर भक्त को मिलेगा प्रभु का चरणामृत
शर्मा के बताया कि श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पर ब्रज की पंरपराओं के अनुरूप श्रद्धालुओं को प्रसाद, बधाई पोटली, खिलौने, मिष्ठान, फल, कपड़े आदि सामग्री वितरित की जाएगी। उन्होंने बताया कि नंदोत्सव के दिन कढ़ी-चावल और पुआ का विशेष प्रसाद सभी श्रद्धालुओं को बांटा जाएगा। जन्माष्टमी का दिन मंदिर में ढोल-शहनाई बजाने के साथ शुरू होगा। सुबह-सुबह किए जाने वाले अभिषेक समारोह में हर भक्त को चरणामृत दिया जाएगा।
श्रद्धालुओं की सुविधा का रखा जाएगा ध्यान
उन्होंने आगे कहा कि देश-विदेश से आने वाले लाखों श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए जन्मभूमि के सभी संपर्क मार्गों पर जूता घर और सामान घर की व्यवस्था की गई है। सभी प्रमुख जगहों पर पेयजल उपलब्ध कराने का प्रयास भी किया जा रहा है। जन्माष्टमी के अवसर पर केवल गुरुवार को श्रद्धालुओं का मंदिर परिसर में प्रवेश मुख्य द्वार की जगह गोविंद नगर द्वार (गेट संख्या 3) से और निकास मुख्य द्वार (गेट संख्या 1) से होगा।
पुलिस प्रशासन को सुरक्षा के कड़े निर्देश
जन्माष्टमी को लेकर प्रशासन भी सुरक्षा को लेकर सजग हो गया है। आगरा जोन की अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) अनुपम कुलश्रेष्ठ खुद श्रीकृष्ण जन्मस्थान का दौरा कर सुरक्षा व्यवस्था का मुआयना कर चुकी हैं और जिला प्रशासन को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं।
Also Read: बांदा चित्रकूट लोकसभा सीट जा सकती है अपना दल के खाते में !
उद् भव त्रिपाठी
इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के सेंटर ऑफ मीडिया स्टडीज से स्नातक पूर्ण किया हूं। पढ़ाई के दौरान ही दैनिक जागरण प्रयागराज में बतौर रिपोर्टर दो माह के कार्य का अनुभव भी प्राप्त है। स्नातक पूर्ण होने के पश्चात् ही कैंपस प्लेसमेंट के द्वारा haribhoomi.com में एक्सप्लेनर राइटर के रूप में चार महीने का अनुभव प्राप्त है। वर्तमान में Special Coverage News में न्यूज राइटर के रूप में कार्यरत हूं। अध्ययन के साथ साथ ही कंटेंट राइटिंग और लप्रेक लिखने में विशेष रुचि है।