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- मोहल्ले वाले जिसे...
मोहल्ले वाले जिसे समझते थे कंजूस, वही निकला सबसे बड़ा धन कुबेर
कन्नौज। इत्र व कंपाउंड कारोबारी पीयूष जैन के कानपुर स्थिति आवास से मिले 181 करोड़ के बाद अब कन्नौज के घर की दीवारें, फर्श, सीलिंग, और तहखाने करोडों रुपये और सोना-चांदी उगल रही हैं। रविवार को तीसरे दिन कन्नौज में महानिदेशालय जीएसटी इंटेलिजेंस (डीजीजीआई) और आयकर विभाग की कार्रवाई में करीब 110 करोड़ रुपये नकद और 275 किलो सोना-चांदी मिला है।
पीयूष के घर की दीवारों और जमीनों से नोट और सोना-चांदी उगलने की खबरों से उनके पड़ोसियों की आंखें फटी की फटी रह गईं। पड़ोसियों का कहना है कि स्कूटर से चलने वाले पीयूष बेहद कंजूस हैं। न किसी की शादी में जाते थे और न ही किसी को घर बुलाते थे। चंदा मांगने पर पैसा न होने की बात कहकर टरका देते थे।
हालांकि कन्नौज के जैन मंदिर में 40 लाख रुपए चुपचाप खर्च कर उसका जीर्णोद्वार कराया है।छापों के बाद खुलासा हुआ है कि छिपट्टी के सात घरों के मालिक पीयूष जैन हैं। अभी तक सभी को यही मालूम था कि केवल एक घर पीयूष का है। स्कूटर से चलने वाले पीयूष कभी मोहल्ले की शादियों में नहीं गए। बच्चों का जन्मदिन भी आपस में मनाते हैं। किसी को कभी घर के अंदर नहीं बुलाया। दो बीघा मकान में सीसीटीवी कैमरा तक नहीं था। सात साल पहले सीसीटीवी कैमरा लगाने वाले को बुलाया था। आठ कैमरों के सेट के 38 हजार मांगे। मोलभाव में 16 हजार रेट आ गए लेकिन महंगा बताकर वापस कर दिया। मोहल्ले में पीयूष की छवि एक कंजूस व्यक्ति की थी लेकिन मोहल्ले के जैन मंदिर को भव्य बनाने के लिए गुपचुप 40 लाख रुपए खर्च किए। मंदिर में टाइल्स, संगमरमर व ग्रेनाइट पर खर्च किया।