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- "रावी से यमुना तक"...
नई दिल्ली। दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में शैलेन्द्र शैल के भारतीय ज्ञानपीठ से प्रकाशित उपन्यास 'रावी से यमुना तक' का लोकार्पण 'उद्भव' सामाजिक, सांस्कृतिक और साहित्यिक संस्था द्वारा 11 सितंबर को आयोजित किया गया।
लोकार्पण पूर्व रक्षा सचिव और छत्तीसगढ़ के राज्यपाल श्री शेखर दत्त द्वारा किया गया। उपन्यास रावी नदी के तट पर स्थित विभाजन से पहले के लाहौर से आरंभ होकर यमुना के तट पर स्थित दिल्ली में समाप्त होता है। यह तीन पीढ़ियों और 75 वर्ष के कालखंड का आख्यान है। इसमें देश विदेश की राजनीतिक घटनाएं और परिस्थितियां समांतर रूप से साथ साथ चलती हैं।
इसका फ्लैप मैटर साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता लेखिका चित्रा मुद्गल ने लिखा है। इसका नायक एक साधारण व्यक्ति है जो असाधारण जीवन जीता है और गांधीवादी सिद्धांतों, आदर्शों और मूल्यों को अपनी जीवन दृष्टि बनाए हुए, अनेक संघर्षों का सामना करते हुए आगे बढ़ता है।इस तरह यह एक दस्तावेज़ी और रोचक उपन्यास है।